
प्रयागराज। महाकुंभ में भगदड़ के बाद प्रशासन ने प्रयागराज आ रहे श्रद्धालुओं को बॉर्डर के जिलों में ही रोक दिया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्पेशल ट्रेनें जहां पहुंची थीं, वहीं अगले आदेश तक के लिए रोक दी गईं। इससे 8 जिलों में हाईवे पर 2 लाख से ज्यादा वाहनों का पहिया थम गया।
इतना ही नहीं, इन जिलों में प्रयागराज जाने वाली बसों को बस स्टैंड पर ही रोक दिया गया। बॉर्डर पर वाहन रोके जाने से वाराणसी में 20 किमी लंबा जाम लग गया है। सुबह साढ़े तीन बजे गाड़ियां जहां की तहां खड़ी हैं। अन्य जिलों में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं।
कौशांबी प्रशासन ने श्रद्धालुओं के वाहन बॉर्डर पर रोक दिया है। श्रद्धालु पैदल ही महाकुंभ के लिए रवाना हो गए। जिले में 5 होल्डिंग एरिया बनाए गए हैं। सड़क से पार्किंग तक 50 हजार से ज्यादा वाहन रोके गए हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, कोखराज थाने के सामने बने होल्डिंग एरिया में बाहर से आ रही गाड़ियों को रोका जा रहा है। यहां श्रद्धालुओं के लिए फ्री भोजन, चाय और नाश्ते की व्यवस्था की गई है।
प्रतापगढ़ में 40 हजार से अधिक वाहनों को रोका गया
प्रतापगढ़-प्रयागराज बॉर्डर पर पुलिस ने वाहनों को रोक दिया है। प्रशासन ने बॉर्डर से 5 किमी पहले पार्किंग बनाई है। सड़क से लेकर पार्किंग तक करीब 40 हजार से अधिक वाहनों को खड़ा किया गया है। जिले में अलग-अलग करीब एक लाख श्रद्धालु रुके हैं।
डीएम शिव सहाय अवस्थी और एसपी डॉ. अनिल कुमार ने एटीएल ग्राउंड का निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों का कहना है कि स्थिति सामान्य होने तक यह प्रतिबंध जारी रहेगा।