👉मरीजों से फीडबैक लेते हुए संबंधित चिकित्साधिकारी को दिए गए आवश्यक दिशा निर्देश।
👉 डीएम ने सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बघौली में निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए चिकित्सकों एवं कर्मचारियों का एक दिन का वेतन बाधित करने का दिया निर्देश।
👉 डीएम ने चिकित्सालय में मुफ्त दवाईयों की उपलब्धता के बावजूद चिकित्सक द्वारा जन औषधि केंद्र की दवाइयां लिखे जाने पर सीएमओ को जांच कर स्थिति स्पष्ट करने का दिया निर्देश।
के के मिश्रा संवाददाता।
संत कबीर नगर। जिलाधिकारी आलोक कुमार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बघौली, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांथा लोहरसन व एएनएम उप केंद्र बखिरा का स्थलीय निरीक्षण किया गया।

जिलाधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र बघौली के निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के डॉ0 कमलेश चंद्र, डॉ0 सलोनी सिंह, डॉ0 सोनी सिंह, आशीष विश्वकर्मा, रवि शंकर यादव, प्रशांत कुमार, समसा खातून अनुपस्थित पाई गईं। जबकि डॉ0 विवेक श्रीवास्तव का अवकाश पत्र रजिस्टर में मिला। मौके पर संजू गुप्ता व विक्रम उपस्थित मिले।
जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित पाए गए चिकित्सकों व कर्मचारियों का एक दिन का वेतन बाधित करने का निर्देश दिया है।
निरीक्षण के दौरान पाया गया की हेल्थ एटीएम स्टार्ट नहीं हुआ था। जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर उपस्थित महिला स्वास्थ्य कर्मी द्वारा बताया गया कि विगत रात्रि में एक नार्मल डिलेवरी हुआ, जच्चा – बच्चा स्वस्थ्य हैं, परिजन आज सुबह घर ले गए।
जिलाधिकारी द्वारा निरीक्षण के दौरान लेबर रुम, चिकित्सालय में दवाओं की उपलब्धता, एंटी इंजेक्शन की उपलब्धता आदि के संबंध में जानकारी ली गई तथा दवा स्टोर रुम, पेथालाजी कक्ष का निरीक्षण किया गया, मरीजों की जांच किये गए रजिस्टर को चेक किया गया।
इसी क्रम में जिलाधिकारी द्वारा एएनएम उप केंद्र बखिरा का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एक डिलेवरी कराया जा रहा था, साफ -सफाई की कमी पाई गईं, जिस पर संबंधित चिकित्सक को निर्देशित किया गया। एएनएम सेंटर सें पीएचसी के लिए रास्ता जोड़ने हेतु जिलाधिकारी द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया।
निरीक्षण के क्रम में जिलाधिकारी द्वारा सामुदायिक स्वास्थ केंद्र सांथा लोहरसन का निरीक्षण किया गया। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के शौचालय में साफ -सफाई बहुत ही खराब पाई गईं। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए चिकित्सालय परिसर में निरंतर साफ-सफाई एवं मरीजों की सुविधाओं से संबंधित समस्त व्यवस्थाओं को सुदृढ़ रखने हेतु संबंधित चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया गया।
जिलाधिकारी द्वारा मरीजों से दवा मिलने, डॉक्टर के व्यवहार के विषय में बातचीत कर फीडबैक लिया गया। जिलाधिकारी द्वारा उपस्थिति पंजिका, तौल मशीन, जन ओषधी केंद्र में दवा का रजिस्टर, दवा की उपलब्धता, नसबन्दी के भुगतान की स्थिति आदि का निरीक्षण करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांथा में पाया गया कि चिकित्सालय में मरीजों हेतु मुफ्त दवाओं की उपलब्धता के बावजूद चिकित्सक द्वारा मरीजों को जन औषधि केंद्र की दवाईयां लिखी जा रही हैं, इसे गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को जांच कर स्थिति स्पष्ट करने हेतु निर्देशित किया।
निरीक्षण के दौरान बीपीएमयू के कार्यों का अभिलेखों में अधूरी प्रविष्टि पाए जाने और जिलाधिकारी द्वारा पूछे जाने पर संतोषजनक जवाब नहीं दे पाने पर जिलाधिकारी ने इसमें सुधार के सख्त निर्देश दिए।
उन्होंने सरकारी आवासों के संबंध में भी जानकारी ली। इस दौरान मुख्य चिकित्सा आधिकारी उपस्थित रहे।
