•डीएम ने कहा- औपचारिक नहीं, वास्तविक निस्तारण हो शिकायतों का।
बस्ती। कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जिलाधिकारी कृत्तिका ज्योत्सना की अध्यक्षता में जनशिकायत निवारण प्रणाली (आईजीआरएस) की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने विभागवार प्राप्त शिकायतों, उनके निस्तारण की स्थिति तथा लंबित प्रकरणों का ब्यौरा प्रस्तुत किया।
जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन की इस महत्वपूर्ण व्यवस्था के माध्यम से जनता को त्वरित न्याय मिलना चाहिए, इसलिए किसी भी स्तर पर लापरवाही या विलंब स्वीकार्य नहीं होगा।
उन्होने अधिकारियों से कहा कि प्रतिदिन पोर्टल का अवलोकन किया जाय, जिससे शिकायतों का शीघ्र निस्तारण हो सकें। उन्होने यह भी निर्देश दिया कि अपने विभाग से संबंधित शिकायत न रहने पर संबंधित विभाग को तत्काल प्रेषित किया जाय। इसके साथ ही शिकायतों का निस्तारण करते समय श्रेणी का विशेष ध्यान रखें।
जिलाधिकारी ने कहा कि अधिकारियों का यह दायित्व है कि वे प्रत्येक शिकायत का गंभीरता से परीक्षण कर उसके समाधान की दिशा में प्रभावी कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि केवल औपचारिक निस्तारण न किया जाए, बल्कि शिकायतकर्ता को वास्तविक समाधान मिलना चाहिए, ताकि जनता का विश्वास शासन-प्रशासन पर बना रहे।
उन्होंने विभागवार समीक्षा करते हुए कई विभागों के लंबित प्रकरणों पर संबंधित अधिकारियों को शीघ्र कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी सार्थक अग्रवाल, अपर जिला अधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान, डीएफओ डा. शिरीन, उप जिलाधिकारी शत्रुध्न पाठक, सत्येन्द्र सिंह, डीपीआरओ धनश्याम सागर, एक्सियन पीडल्यूडी अवधेश कुमार, उप निदेशक कृषि अशोक कुमार गौतम, जिला सेवायोजन अधिकारी अवधेन्द्र प्रताप वर्मा, भूमि संरक्षण अधिकारी डा. राजमंगल चौधरी, मत्स्य अधिकारी संदीप वर्मा, मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा. ए.के. गुप्ता, ईडीएम सौरभ द्विवेदी सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी एवं संबंधित विभागों के नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
