
हरिद्वार से शैलेंद्र कुमार की रिपोर्ट
हरिद्वार (उत्तराखंड) । मां मनसा देवी मंदिर में हुए हादसे को लेकर एक चश्मदीद ने बताया कि भीड़ का दबाव बढ़ने पर श्रद्धालु मार्ग पर बनी दीवारों पर लगे बिजली के तारों को पकड़कर चढ़ने लगे। इसी दौरान तार छिल गया और उसमें करंट फैल गया, जिससे भगदड़ मच गई।


फरीदाबाद से आए श्रद्धालु संतोष कुमार ने बताया कि मंदिर जाने और लौटने के लिए एक ही मार्ग था। कुछ लोग ऊपर की ओर जा रहे थे तो कुछ नीचे की ओर आ रहे थे। रास्ता संकरा था और भारी भीड़ जमा हो गई थी। उन्होंने बताया कि दीवार पर कुछ बिजली के तार लगे थे, जिन्हें पकड़कर लोग आगे बढ़ने लगे। वे भी उन्हीं लोगों में शामिल थे। अचानक तार छिल गया और उसमें करंट फैल गया, जिससे 10-12 लोग नीचे गिर गए।
संतोष ने कहा कि हादसे के बाद वह अपने परिवार से बिछड़ गए और किसी तरह जान बचाकर बाहर निकल पाए। करंट लगने से नीचे गिरे लोगों के ऊपर से ही अन्य श्रद्धालु भागने लगे। इस अफरातफरी में कई लोग कुचल गए।
उन्होंने बताया कि दुकानों के पीछे भी बिजली के तार लगे थे, जिन्हें पकड़कर लोग चढ़ने लगे थे। जैसे ही करंट लगा, किसी ने शोर मचाया तो भगदड़ की स्थिति बन गई। आने-जाने का एक ही मार्ग होने के कारण स्थिति बेहद भयावह हो गई।
बता दें कि मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह दर्शन के दौरान भगदड़ मच गई थी। जहां हादसे में अब तक 8 श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है और दो दर्जन से अधिक घायल हुए।