लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर सोमवार को विधान भवन परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष समाजवादी पार्टी के विधायकों ने भाजपा सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन के दौरान कोडीन सिरप, एसआईआर, खाद की किल्लत, धान खरीद, बेरोजगारी और बढ़ती महंगाई जैसे जनहित के मुद्दों को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा किया गया।
प्रदर्शन में शामिल विधायकों ने हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला। तख्तियों पर ‘नशीली दवाओं के सरदारों से योगी सरकार का याराना है’, ‘भैया कहां है बुलडोजर’, ‘अपराधी घूमे बेखौफ, अत्याचार फैला हर ओर’ और ‘काली कमाई पर करो बुलडोजर कार्रवाई’ जैसे नारे लिखे हुए थे।
प्रदर्शन के दौरान भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और आरोप लगाया गया कि प्रदेश में अपराध, भ्रष्टाचार और जनविरोधी नीतियों का बोलबाला है।
प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए विधानसभा में नेता विरोधी दल माता प्रसाद पाण्डेय और विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष लाल बिहारी यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और आम जनता को न्याय दिलाने के लिए सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करती रहेगी।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने झूठ, लूट और जनविरोधी नीतियों के जरिए प्रदेश को बर्बादी की ओर धकेल दिया है। किसानों को खाद और धान खरीद में परेशान किया जा रहा है, युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा और आम जनता महंगाई से त्रस्त है, लेकिन सरकार इन गंभीर मुद्दों से मुंह मोड़े हुए है।
नेताओं ने कहा कि जनता अब भाजपा सरकार की सच्चाई समझ चुकी है और प्रदेश में बढ़ती अव्यवस्था, बेरोजगारी और महंगाई के लिए सरकार को जिम्मेदार मान रही है। समाजवादी पार्टी जनता की आवाज बनकर इन मुद्दों को लगातार उठाती रहेगी।
उन्होंने भरोसा जताया कि 2027 के विधानसभा चुनाव में प्रदेश की जनता इस जनविरोधी भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर कर करारा सबक सिखाने का काम करेगी।
