
हाथरस/मुरादाबाद। जनपद हाथरस के जिओ फाइबर मैनेजर अभिनव भारद्वाज के अपहरण कांड का अंत आज एक साहसिक पुलिस ऑपरेशन के साथ हुआ। एसटीएफ नोएडा यूनिट और हाथरस पुलिस की संयुक्त टीम ने मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस में मुठभेड़ के बाद अभिनव को सकुशल बरामद कर लिया। इस कार्रवाई में एक बदमाश को गोली लगी, जबकि उसके दो साथी भी गिरफ्तार किए गए।
कैसे हुआ ऑपरेशन?
1 जनवरी को हाथरस में हुए इस सनसनीखेज अपहरण ने जिले में हड़कंप मचा दिया था। पुलिस और एसटीएफ की टीमें तुरंत हरकत में आईं और साइबर और ग्राउंड इंटेलिजेंस का इस्तेमाल कर अपहरणकर्ताओं का पता लगाया।
आज शनिवार सुबह मुरादाबाद के थाना सिविल लाइंस क्षेत्र में अपराधियों की लोकेशन मिलने पर टीम ने घेराबंदी की। अपराधियों ने भागने की कोशिश में फायरिंग की, लेकिन पुलिस ने संयम और साहस दिखाते हुए मुठभेड़ के बाद उन्हें पकड़ लिया।
मुठभेड़ का घटनाक्रम
मुठभेड़ के दौरान मुख्य आरोपी विशाल (28), जो अल्मोड़ा जिले का निवासी है, के गर्दन में गोली लगी। घायल अवस्था में उसे अस्पताल ले जाया गया, जबकि उसके दो साथी, सुझल कुमार (20) और करन बिष्ट (20) को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
बरामदगी और अपराधियों का नेटवर्क
पुलिस ने इस ऑपरेशन में कई महत्वपूर्ण सामान बरामद किए हैं:
अभिनव भारद्वाज की सकुशल बरामदगी। घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार। 50,000 रुपये नकद, जो फिरौती के लिए इकट्ठा किए गए थे। अपराधियों के मोबाइल फोन और अन्य उपकरण। घटना में इस्तेमाल की गई स्कूटी।
गिरफ्तार अपराधी उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के निवासी हैं और ऐसा लगता है कि यह गैंग अपहरण के जरिए फिरौती वसूलने का संगठित गिरोह चलाता था।
बदमाशों का अतीत और नेटवर्क
मुख्य आरोपी विशाल पूर्व में भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है। उसकी गैंग हाई-प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाती थी। शुरुआती जांच में यह पता चला है कि गैंग ने घटनास्थल और शिकार की योजना बनाने में कई दिन लगाए।
क्या कहते हैं अधिकारी?
हाथरस पुलिस अधीक्षक ने कहा, “यह ऑपरेशन टीम वर्क का उत्कृष्ट उदाहरण है। अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।” वहीं, एसटीएफ नोएडा यूनिट के प्रभारी ने कहा कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।