
•विधायक ने कहा – श्रीअन्न उत्पादन से नई पीढ़ी को मिलेगा पौष्टिक व गुणवत्ता युक्त अनाज
•रासायनिक खादों से घट रही जमीन की उर्वरा शक्ति, जैविक खेती ही समय की मांग।
•पशुपालन को बताया कृषि के बाद सबसे लाभकारी व्यवसाय।
•कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को मृदा परीक्षण व पुआल प्रबंधन की दी सलाह।
के के मिश्रा संवाददाता।
संत कबीर नगर। मा0 विधायक मेहदावल अनिल कुमार त्रिपाठी जी द्वारा तहसील मेहदावल के विकासखंड मेहदावल स्थित जगतगुरु शंकराचार्य इंटर कॉलेज के प्रांगण में कृषि विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा उत्तर प्रदेश मिलेट्स श्रीअन्न पुनरुद्धार कार्यक्रम के अंतर्गत एक दिवसीय जनपद स्तरीय मिलेट्स श्री अन्न मेला सह प्रदर्शनी कार्यक्रम का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में मा0 विधायक अनिल कुमार त्रिपाठी जी ने उपस्थित कृषकों, महिलाओं के समूह को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने जनपद स्तरीय कार्यक्रम के आयोजन के संदर्भ में उप कृषि निदेशक से कहा था कि एक कार्यक्रम हमारे मेहदावल विधानसभा में किया जाए जिससे कि हमारे क्षेत्र के कृषकों को इसका लाभ प्राप्त हो सके।

मा0 विधायक जी ने कहा कि एक समय ऐसा था जब हमारा देश अन्न उत्पादन में बहुत ही पीछे था परंतु आज के वर्तमान प्रयासों से क्रांति के रूप में श्वेत क्रांति के रूप में हमारी सरकार ने भारत की भूमि का अधिकतम भाग अनाज उत्पादन के प्रयोग में लाने का काम किया है जिससे आज हमारा देश पूरी तरह से अनाज उत्पादन में आत्मनिर्भर है।
उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वजों ने अपने यहां पशुपालन करके गाय एवं भैंस का पालन करके अपने बच्चों को दूध, दही भी का स्वाद तो दिलाया ही साथ ही इन जानवरों के उत्पाद गोबर एवं मल मूत्र से प्राकृतिक एवं जैविक खेती करके गुणवत्ता युक्त अनाज उत्पादन किया। लेकिन इसके बाद रासायनिक खादों का दौर शुरू हुआ जिसमें उत्पादन बढ़ाने के लिए किसानों द्वारा जबरदस्त तरीके से रासायनिक खाद का प्रयोग किया गया। इससे उत्पादन तो बढ़ा क्योंकि उत्पादन बढ़ाना आवश्यकता थी हमारे देश की जनसंख्या के हिसाब से अनाज उत्पादन होना जरूरी था लेकिन इसके दुष्परिणाम भी धीरे-धीरे सामने आने लगे। इससे जमीनों के उर्वरा शक्ति कम होने लगी।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में हमारे मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा श्री अन्न उत्पादन को बढ़ावा देने के तमाम कार्यक्रम संचालित किया जा रहे हैं जिसके माध्यम से देश के विभिन्न कोनों में किसानों में श्री अन्न का उत्पादन शुरू कर दिया है और इसके अच्छे परिणाम भी आने शुरू हो गए हैं।
उन्होंने उपस्थित जनसमूह का आह्वान करते हुए कहा की ज्यादा से ज्यादा श्री अन्न उत्पादन करे जिसमें अनाज शामिल हो जिससे आने वाली पीढ़ी को गुणवत्ता युक्त अनाज प्राप्त हो सके, साथ ही प्रत्येक परिवार पशुपालन करे जिससे पशुओं के मल-मूत्र से भी, गौ माता के मल मूत्र से भी जैविक खेती कराई जा सके। उन्होंने मंच से घोषणा की कि मेहदावल में स्थित राजकीय कृषि बीज गोदाम के पुनरुद्धार के लिए प्रस्ताव तैयार करें जिससे वह मुख्यमंत्री जी से वार्ता कर इसका पुनरुद्धार करा सके।
कार्यक्रम के आरंभ में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ0 तरुण कुमार ने श्री अन्न के उत्पादन और महत्व पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया कि आज श्री अन्न के उत्पादन में देश काफी विकास की तरफ अग्रसर है। हर क्षेत्र में श्री अन्न का उत्पादन प्रारंभ हो चुका है एवं कृषक जागरुक है जो श्री अन्न का उत्पादन कर रहे हैं।
विद्यालय के बच्चों द्वारा सरस्वती वंदना कर उपस्थित जनसमूह का स्वागत किया गया। स्वागत गान के बाद पॉली वेजिटेबल फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के अरुण शंकर पांडे द्वारा श्री अन्न के उत्पादन पर प्रकाश डालते हुए अवगत कराया गया कि आज श्री अन्न का उत्पादन पौष्टिकता के दृष्टिकोण से बहुत ही महत्वपूर्ण है। किसानों को अपने समस्त खेती में कुछ क्षेत्र में श्री अन्न के उत्पादन हेतु करना चाहिए।
इसी क्रम में कृषि विज्ञान केंद्र के डॉक्टर देवेश कुमार द्वारा मेला गोष्ठी में आए हुए सभी किसानों का स्वागत किए गया और श्री अन्न तथा मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देने हेतु किसानों से आग्रह किया गया उन्होंने बताया की श्रीअन्न का उत्पादन बहुत ही महत्वपूर्ण है जो हमारे शरीर के लिए पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन से भरपूर होता है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से इन्होंने किसानों से आग्रह किया फसल कटाई के बाद हमे पुआल का प्रबंध भी करना होगा और किसान कटे हुए पुआल का उचित प्रबंध करें, किसी भी परिस्थित में उनको जलाए नहीं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कृषकों को अपना मृदा परीक्षण अवश्य करना चाहिए। मृदा परीक्षण द्वारा प्राप्त परिणामों के आधार पर ही किसानों को अपने फसल की बुवाई करनी चाहिए एवं उसमें रासायनिक खाद का प्रयोग कम से कम करते हुए जैविक खाद का प्रयोग करना चाहिए।
उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर चौधरी ने अवगत कराया की कृषि के बाद अगर कोई लाभकारी योजना है तो वह पशुपालन है। हमारे बहुत से पशुपालक भाई जिनके पास काफी कम जमीन है और वह पशुपालन का कार्य करके अच्छा खासा लाभ कमा सकते हैं। वर्तमान समय में हमारे द्वारा जैविक खाद का प्रयोग नहीं किए जाने से मृदा की उर्वरक क्षमता क्रमशः समाप्त होती जा रही है। मृदा में खनिज तत्वों की कमी से उत्पादित चारा जैसे ही पशुओं के शरीर में जाता है उनके अंदर बाँझ पन की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
अतः वर्तमान समय की मांग जैविक खेती है, अगर हमारे कृषक पशुपालन के द्वारा अपने पशु से साल भर में एक बच्चा भी नहीं कर पाते है तो हमें पशुपालन व्यवस्था से भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। यह निश्चय होना चाहिए कि पशुपालन व्यवस्था में हम प्रत्येक जानवर से वर्ष भर में एक बच्चा जरूर प्राप्त करेंगे। कृषकों को पशुपालन से भी अच्छा खासा लाभ अर्जित होता है।
उप कृषि निदेशक डॉक्टर राकेश कुमार सिंह द्वारा माननीय विधायक अनिल कुमार त्रिपाठी जी को पुष्प गुच्छ देखकर सम्मानित किया गया।
जिला कृषि अधिकारी डॉक्टर सर्वेश यादव द्वारा विद्यालय के प्रबंधक जय सिंह जी को सम्मानित किया गया। मेहदावल विकासखंड के बीटीएम कमल श्रीवास्तव एवं सहायक विकास अधिकारी अशोक कुमार मिश्रा द्वारा विधायक जी को सम्मानित किया गया।
स्वागत के क्रम में विद्यालय के छोटे बच्चों द्वारा विधायक जी के सम्मान में नृत्य प्रस्तुत किया गया है ।इस कार्यक्रम में विद्यालय की छात्रा द्वारा धरती मां का स्वरूप प्रस्तुत करते हुए बहुत ही मार्मिक गीत प्रस्तुत किया गया जिसमें यह दर्शाया गया है की धरती का किस तरह से रासायनिक खादों के प्रयोग के द्वारा विनाश किया जा रहा है क्या हम आने वाले समय में अपने वंशजों को ऐसी धरती देंगे जो सिर्फ बंजर हो। कृपया इस धरती का ध्यान रखते हुए जैविक और प्राकृतिक खेती पर ध्यान दिया जाए। छात्र के प्रस्तुतीकरण से प्रसन्न होकर विधायक जी द्वारा उसको पुरस्कार दिया गया।
कार्यक्रम में एग्री जंक्शन वन शॉप स्टाप के लिए चयनित अभ्यर्थियों में बृजेश कुमार चौधरी, सूरज कुमार, अविनाश चौरसिया, प्रांशु पाल, शिवम कुमार, प्रभा मंजरी, राजेश कुमार, विनीत सिंह को विधायक जी के द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इसके बाद विश्वकर्मा आजीविका मिशन स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष को श्री अन्न उत्पादन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मा0 विधायक अनिल कुमार त्रिपाठी जी को जनपद के उप कृषि निदेशक डा0 राकेश कुमार सिंह द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया एवं जिला कृषि अधिकारी डॉ0 सर्वेश कुमार द्वारा विद्यालय के प्रबंधक जय सिंह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में उप कृषि निदेशक डॉ0 राकेश कुमार सिंह द्वारा माननीय विधायक जी उपस्थित कृषकों, महिलाओं विद्यालय के प्रबंधक, प्राचार्य एवं जिला स्तरीय अधिकारी, वैज्ञानिक, जिला उद्यान अधिकारी एवं मंच पर उपस्थित सभी महानुभाव को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।