
सुल्तानपुर। ड्राइंग और पेंटिंग के क्षेत्र में मिला असाधारण योगदान देने वाले बहुआयामी प्रतिभा के धनी जनपद सुल्तानपुर का गौरव बढ़ाने वाले चन्द्रपाल राजभर को अमेरिका के प्यूर्टो रिको स्थित एवनले विश्वविद्यालय द्वारा मानद डॉक्टरेट (ऑनोरिस कॉसा) की उपाधि प्रदान की गई है। यह उपाधि उन्हें उनकी रचनात्मक अभिव्यक्ति, कलात्मक निपुणता और पारंपरिक एवं समकालीन कला रूपों के संरक्षण एवं संवर्धन में उत्कृष्ट योगदान के लिए दी गई है।
विश्वविद्यालय की ऑनर्स नामांकन सलाहकार समिति एवं डॉक्टरेट मॉनिटरिंग बोर्ड की संस्तुति पर यह सम्मान उन्हें 02 अगस्त 2025 को नई दिल्ली के शालीमार बाग स्थित रॉयल पेपर में आयोजित भव्य समारोह में प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय ने अपने औपचारिक पत्र में उल्लेख किया कि चन्द्रपाल राजभर की कलाकृतियाँ केवल चित्र नहीं हैं, बल्कि वे संस्कृति, संवेदना और कल्पना का जीवंत समागम हैं, जिन्होंने न केवल कला-जगत को, बल्कि आम समाज को भी गहराई से प्रभावित किया है।
ड्राइंग और पेंटिंग में मानद डॉक्टरेट प्रदान करते हुए विश्वविद्यालय ने यह भी कहा कि यह सम्मान उनकी कलात्मक यात्रा, नवाचार और सामाजिक सरोकारों से जुड़ी दृश्य अभिव्यक्ति की प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
चन्द्रपाल राजभर को यह सम्मान प्राप्त होना न केवल उनके व्यक्तिगत जीवन और कला क्षेत्र के लिए गौरव की बात है, बल्कि यह उन सभी युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो समर्पण और रचनात्मक दृष्टिकोण से अपने कार्यों के माध्यम से समाज को जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं। इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर कला, साहित्य, शिक्षा और सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने चन्द्रपाल राजभर को बधाई देते हुए इसे भारत के लिए भी एक गर्व का क्षण बताया।व