
•प्रशिक्षण:
पांच दिन अनुपस्थित रहने पर अगले सत्र का करना होगा इंतजार।
श्रमदान, पीटी एक्सरसाइज, योगासन, मार्च करने का सीख रहे तरीका।
बस्ती। जेटीसी के दौरान प्रशिक्षु सिपाही अपना एक रजिस्टर बना रहे हैं। इसमें प्रतिदिन इनके द्वारा किए गए प्रशिक्षण कार्यों का उल्लेख करना है। इसी तरह एक महीने के जेटीसी के दौरान हर एक रिक्रूट को कम से कम 120 क्लास लेने अनिवार्य किया गया है। जिले के पुलिस प्रभारी सभी प्रशिक्षुओं की चरित्र पंजिका तैयार कराएंगे। साथ ही जेटीसी प्रगति पत्र, परिचय पत्र तैयार कराकर प्रशिक्षु सिपाहियों के साथ ही संबंधित प्रशिक्षण संस्थाओं को भेजेंगे।इसके अलावा प्रारंभिक प्रशिक्षण की अवधि में एक बार प्रशिक्षुओं का साक्षात्कार भी लेंगे। प्रशिक्षुओं को पुलिस मुख्यालय की ओर से वर्दी और किट कार्ड आदि उपलब्ध कराए जाएंगे। इन्हें पीएनओ नंबर आवंटित किया जाएगा। मेडिकल सुविधा के इएमइएस कार्ड भी प्रशिक्षण काल में ही बन जाएगा। श्रमदान, पीटी एक्सरसाइज, योगासन, खेलकूद मार्च करने का सही तरीका, वर्दी पहनना, वर्दी टर्न आउट, वर्दी व सादे कपड़ों में सैल्यूट और एक साथ टोल में फाल-इन होना भी सिखाया जा रहा है। जेटीसी की एक माह के इस कोर्स में लगातार पांच दिन उपस्थित रहने वाले अभ्यर्थी को प्रशिक्षण से विरत कर दिया जाएगा और उसे अगले सत्र का इंतजार करना होगा।
सिखाया जा रहा जनता से व्यवहार का तरीका
ज्वाइनिंग ट्रेनिंग कोर्स (जेटीसी) में नवनियुक्त आरक्षियों को जनता से व्यवहार करने का तरीका बताया जा रहा है। पुलिस लाइन में प्रशिक्षण के लिए आवंटित 720 में अब तक आमद करा चुके 656 आरक्षियों को अनुशासित रहने के तरीके बताए जा रहे हैं। आम जनता से किस तरह का व्यवहार किया जाना है इस बात की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। सभी दस प्रशिक्षक पुलिस लाइन में आरक्षियों को शारीरिक व मानसिक रूप से फिट रहने के तरीके सिखा रहे हैं।
अनुशासन से ही सशक्त होकर आरक्षी जीवन में पुलिसिंग का बेहतर कार्य कर सकेंगे। सभी आरक्षियों को अनुशासन, कानून व्यवस्था, सामुदायिक पुलिसिंग, आपराधिक कानून, शारीरिक दक्षता व अन्य महत्वपूर्ण विषयों का समग्र प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। बड़े बैच के आकार के बावजूद वास्तविक दुनिया की पुलिसिंग चुनौतियाें के लिए इनके प्रशिक्षण पर विशेष जोर दिया गया है। नए कांस्टेबिल थानों में नई उर्जा लेकर आएंगे। इनकी उपस्थिति से कानून प्रवर्तन व जनता की धरणा में सकारात्मक बदलाव होगा।
: अभिनन्दन, पुलिस अधीक्षक, बस्ती