
लखनऊ। राजधानी में ठगी की एक बड़ी घटना को अंजाम देने वाले शातिर अपराधी को लखनऊ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने एक रिक्शा चालक को मदद का झांसा देकर न सिर्फ उसका मोबाइल फोन चुराया, बल्कि उसके बैंक खाते में जमा सौर सब्सिडी के 78,000 रुपये भी निकाल लिए थे। चौक थाना पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके कब्जे से चोरी का मोबाइल, नगद और वारदात में इस्तेमाल की गई बाइक बरामद की है।
यह मामला तब सामने आया जब मड़ियांव थाना क्षेत्र के निवासी बाबूराम शर्मा ने 13 सितंबर, 2025 को चौक थाने में शिकायत दर्ज कराई। बाबूराम ने बताया कि 27 अगस्त, 2025 को सुबह के समय शिया पीजी कॉलेज, खदरा के पास एक अज्ञात व्यक्ति ने उनका रिक्शा रोका। उस व्यक्ति ने उनसे चौक में मोहम्मद आमिर बेस्ट आईसीयू अस्पताल से दवाइयां लाने में मदद मांगी। उसने कहा कि उसका मालिक ऑनलाइन भाड़ा भेज देगा और बाबूराम के मोबाइल पर पैसे आने की बात कही।
चूंकि बाबूराम पढ़े-लिखे नहीं थे, उन्होंने उस व्यक्ति को अपना मोबाइल फोन दे दिया। शातिर ठग ने पहले अपने मालिक के नंबर पर एक रुपया भेजा, और फिर मोबाइल को चेक करने का बहाना बनाकर अस्पताल के अंदर चला गया। जब काफी देर तक वह वापस नहीं आया, तो रिक्शा चालक ने खोजबीन की। तब उसे पता चला कि वह व्यक्ति उसका विवो कंपनी का मोबाइल फोन लेकर भाग गया है।
पुलिस के अनुसार, उसी दिन बाबूराम के बैंक खाते में सौर सब्सिडी के रूप में 78,000 रुपये जमा हुए थे। शातिर ठग ने मोबाइल चोरी करने के बाद, उस पैसे को अलग-अलग नंबरों पर भेजकर निकाल लिया था। शिकायत के बाद चौक थाने में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) के निर्देशन में टीम ने कार्रवाई करते हुए आज यानी 14 सितंबर, 2025 को आरोपी सनी उर्फ यश को रूमी गेट चौकी के पास से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी के कब्जे से ठगी से प्राप्त हुआ आसमानी रंग का विवो मोबाइल फोन, घटना में इस्तेमाल की गई यूपी 32 क्यूवी 4034 नंबर की पल्सर बाइक और 9,620 रुपये नगद बरामद किए हैं। आरोपी की पहचान सनी उर्फ यश के रूप में हुई है, जो मैनपुरी का रहने वाला है और वर्तमान में लखनऊ के पारा क्षेत्र में रह रहा था। चौक प्रभारी निरीक्षक नागेश उपाध्याय और उनकी टीम ने इस सफल गिरफ्तारी को अंजाम दिया। आरोपी को आगे की कार्रवाई के लिए न्यायालय में पेश किया जा रहा है।