
जयपुर(राजस्थान)। नीट-यूजी परीक्षा 2025 में फर्जीवाड़ा करने वाले एक संगठित गिरोह का जयपुर शहर (पश्चिम) पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। फर्जी दस्तावेज, डमी कैंडिडेट और तकनीकी उपकरणों की मदद से परीक्षा में अनुचित लाभ पहुंचाने की कोशिश को पुलिस ने समय रहते विफल कर दिया। कार्रवाई में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके पास से तीन ब्लूटूथ डिवाइस, ईयरबड्स, फर्जी दस्तावेज, 50 हजार रुपए नकद और एक स्कॉर्पियो गाड़ी जब्त की गई है।
डीसीपी जयपुर पश्चिम अमित कुमार ने बताया कि नीट-यूजी परीक्षा 2025 का आयोजन 4 मई को दोपहर 2 से 5 बजे तक किया गया था। परीक्षा की संवेदनशीलता को देखते हुए डीजीपी राजस्थान के निर्देश पर पूरे राज्य में संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही थी। ATS और SOG से मिले इनपुट के आधार पर जयपुर पश्चिम जिले में विशेष टीमों का गठन किया गया।
एसीपी वैशाली नगर आलोक गौतम के निर्देशन में बनी टीम में भांकरोटा थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह, तकनीकी शाखा के हैड कांस्टेबल दिनेश शर्मा और डीएसटी टीम जयपुर पश्चिम के सदस्य शामिल थे। इस टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर जगदम्बा नगर स्थित एक फ्लैट (ABD प्रिस्टाइन बिल्डिंग) पर छापा मारा, जहां से डमी कैंडिडेट्स सहित कुल पांच आरोपियों को पकड़ा गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी अजित कुमार बराला और सोहनलाल चौधरी नीट परीक्षा में असली उम्मीदवार की जगह डमी कैंडिडेट बैठाने का काम करते थे। इसके लिए उम्मीदवारों से मोटी रकम ली जाती थी। एआई टूल्स की मदद से डमी कैंडिडेट की तस्वीरों को असली उम्मीदवार के दस्तावेजों से मिक्स कर एडमिट कार्ड तैयार किए जाते थे। यह तकनीकी काम उदयपुर स्थित आरसीए का एक छात्र विशाल रेवाड़ा करता था, जो अब पुलिस रडार पर है।
डमी कैंडिडेट से परीक्षा दिलाने की पुष्टि
पकड़े गए आरोपी जितेंद्र शर्मा को रोहित गोरा के स्थान पर नीट परीक्षा और संजय चौधरी के स्थान पर 27 मई को होने वाली पेरामेडिकल परीक्षा में बैठाने की तैयारी की जा रही थी। इसके बदले उसे 50 हजार रुपये एडवांस में दिए गए थे, जो पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। पूछताछ में यह भी पता चला कि जितेंद्र वर्तमान में कर्नाटक स्थित कोपल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष का छात्र है।
गिरफ्तार आरोपी और जब्ती
पुलिस ने जिन पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, वे इस प्रकार हैं :
अजित कुमार बराला (26) – निवासी चिमनपुरा, चौमू, जयपुर पश्चिम
सोहनलाल चौधरी (26) – निवासी कुशलपुरा, सामोद, जयपुर ग्रामीण
जितेंद्र शर्मा (24) – निवासी बिचपड़ी, हरमाड़ा, जयपुर पश्चिम
संजय चौधरी (19) – निवासी गोविंद देवजी का राड़ा, सामोद, जयपुर ग्रामीण
रोहित गोरा (20) – निवासी गोरा की ढाणी, मंगलम सिटी, चोमू, जयपुर पश्चिम
पुलिस ने इनके पास से निम्न सामग्री जब्त की है : 03 ब्लूटूथ डिवाइस, 02 ईयरबड्स, 04 मोबाइल सिम, फर्जी दस्तावेज, ₹50,000 नकद, एक स्कॉर्पियो वाहन (RJ14 UJ 5965)।
अनुसंधान जारी, अन्य परीक्षाओं में भी संलिप्तता की जांच
डीसीपी जयपुर पश्चिम ने बताया कि मामले में अनुसंधान जारी है। यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपियों ने किन-किन परीक्षाओं में डमी कैंडिडेट बैठाए और इस गिरोह में और कौन-कौन शामिल हैं। तकनीकी जांच के साथ-साथ संबंधित संस्थाओं को भी जानकारी भेजी जा रही है।
विशेष टीम की भूमिका सराहनीय
इस कार्रवाई में विशेष भूमिका निभाने वाले पुलिसकर्मियों में भांकरोटा थाना के उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह, तकनीकी शाखा के हेड कांस्टेबल दिनेश शर्मा, एएसआई सुनील कुमार, डीएसटी टीम के पवन काजला, सुनिल, भरत सिंह, दिलीप सिंह, राकेश, राजेंद्र, रामेश्वर, कोमल, सुरेश, सागर, रमेश, टेक चंद, विकास, कमलेश शामिल थे।
NEET जैसी महत्वपूर्ण परीक्षा को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाना सिर्फ प्रशासन ही नहीं, समाज की भी जिम्मेदारी है। इस कार्रवाई ने जहां एक बड़े फर्जीवाड़े को बेनकाब किया है, वहीं यह संकेत भी दिया है कि तकनीक के दुरुपयोग से नकल माफिया अब और ज्यादा शातिर हो गया है। पुलिस की तत्परता और सतर्कता ही ऐसी साजिशों को विफल कर सकती है।