प्रयागराज। महाकुम्भ-2025 स्नान पर्व पर संगम तट पर मौनी अमावस्या के अमृत स्नान के पहले मंगलवार-बुधवार की रात करीब डेढ़ बजे भगदड़ मच गई। जिसमें कम से कम 12 लोगों की मौत आशंका जताई जा रही है, तथा इस हादसे में दर्जनों श्रद्धालु घायल भी हुए हैं। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक किसी भी मौत या घायलों की संख्या के बारे में जानकारी साझा नहीं किया है।

भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था। इसके बाद अखाड़ों ने बैठक की। जिसमें तय हुआ कि 10 बजे के बाद अमृत स्नान करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने सीएम योगी से कई बार फोन पर बात की और घटना की जानकारी ली। अब अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं। हादसे पर सीएम योगी ने कहा- हालात नियंत्रण में हैं। किसी प्रकार की अफवाह पर ध्यान न दें।

भगदड़ मचने की दो सम्भावित वजह बताई जा रही है। जिसमें पहला कारण अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। जिससे बैरिकेड्स में फंसकर कुछ लोग गिर गए। यह देख भगदड़ फैलने की अफवाह मच गई।
दूसरा संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे। ऐसे में जब भगदड़ मची तो लोगों को भागने का मौका नहीं मिला। वे एक-दूसरे के ऊपर गिरते गए।
हादसे के बाद 70 से ज्यादा एम्बुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज से सटे जिलों में श्रद्धालुओं को रोक दिया गया है। वहां प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया है।
महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है, जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक, संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान था।
इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।
वहीं सीएम योगी ने सभी पूज्य संतों, श्रद्धालुओं, प्रदेश एवं देश वासियों से मेरी अपील किया है कि अफवाह पर कोई ध्यान न दें, संयम से काम लें, प्रशासन आप सभी की सेवा के लिए तत्परता से कार्य कर रहा है।
सीएम योगी ने कहा कि महाकुम्भ-2025, प्रयागराज आए प्रिय श्रद्धालुओं, माँ गंगा के जिस घाट के आप समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। आप सभी प्रशासन के निर्देशों का अनुपालन करें, व्यवस्था बनाने में सहयोग करें। संगम के सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान हो रहा है। किसी भी अफवाह पर बिल्कुल भी ध्यान न दें।
महाकुंभ में भगदड़ पर पीएम मोदी ने कहा कि “प्रयागराज महाकुंभ में जो हादसा हुआ, वह बेहद दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदना है। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद करने में लगा हुआ है। इस संबंध में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बात की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।”
वहीं अखिल भारतीय परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बुधवार सुबह मीडिया से बात करते हुए कहा कि भगदड़ की घटना के कारण मौनी अमावस्या के स्नान को रद्द कर दिया गया है। रविंद्र पुरी ने कहा, ”आपने देखा होगा कि जो भी कुछ सुबह हुआ है, उसे देखते हुए निर्णय लिया गया है कि मौनी अमावस्या का स्नान नहीं होगा। सारे साधु संत मौनी अमावस्या पर स्नान के लिए तैयार थे लेकिन जो घटना हुई, उसे देखते हुए जनहित में फ़ैसला लिया गया कि मौनी अमावस्या पर स्नान नहीं करेंगे।”
