
रिपोर्ट: सौरभ पाठक
नई दिल्ली। हाल ही में नई दिल्ली के लीला एंबिएंस कन्वेंशन होटल में आयोजित 15वें एशिया पैसिफिक रीजनल कॉन्फ्रेंस में उत्तराखंड की आठ रेंजरों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाया। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में कुल 22 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, मालदीव, जापान और भूटान जैसे देश शामिल थे। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य स्काउटिंग-गाइडिंग आंदोलन के संस्थापकों लॉर्ड बेडेन पावेल और लेडी बेडेन पावेल को श्रद्धांजलि देना था।
इस कार्यक्रम के दौरान एक विशेष रिंग सेरेमनी आयोजित की गई, जिसमें कांस्य, रजत, स्वर्ण, डायमंड और प्लेटिनम रिंग प्रदान किए गए। हमारे देश की कुछ गाइड और रेंजरों को भी सम्मानित किया गया। उत्तराखंड की समृद्ध लोक संस्कृति को दर्शाने वाला एक रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया जिसने सभी विदेशी अतिथियों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सभी रेंजरों को दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों जैसे इंडिया गेट और राजघाट का दौरा कराया गया। अंतिम दिवस में सभी विदेशी अतिथियों को विदाई दी गई जो सबके लिए एक भावुक क्षण था।
इस सम्मेलन में भारत से कुल 02 मिलियन में से 8 रेंजरों का चयन उत्तराखंड से हुआ जो अपनी सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है।
इनमें अंजलि, संजना, आयुषी, पूजा, प्राची, मानसी, पूजा मेहरा और किरण शामिल थीं। सभी रेंजरों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन और सेवा के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया। यह सम्मान न केवल इन रेंजरों की कड़ी मेहनत का परिणाम है, बल्कि यह उत्तराखंड के गौरवशाली इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ता है।;