
अतरौलिया (आजमगढ़)। विकासखंड अतरौलिया अंतर्गत ग्राम पंचायत भदेवा मझौली में सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार योजना’ ( मनरेगा) में कराये जा रहे कार्यों में भ्रष्टाचार की शिकायत पर ब्लाक से नामित अधिकारी उपलब्ध कराये गए दस्तावेजों के साथ विगत दिवस ग्राम पंचायत कार्यालय पहुंचे। नामित अधिकारी द्वारा मनरेगा में हुए कार्यों का स्थलीय व भौतिक सत्यापन करने हेतु साइट का अवलोकन किया गया। इसके बाद पंचायत भवन कार्यालय पर मनरेगा में फर्जी हाजिरी के जांच की कार्यवाही प्रधान प्रतिनिधि के पहुंचने पर शुरू किये जाने पर अधिकारी द्वारा कुछ लोगों का नाम लेकर पुकारा गया। कराये गए कार्य का विवरण लाभार्थी जॉब कार्ड धारकों से पूछने पर कुछ लोगों में भटकाव की स्थिति नजर आयी। इस दौरान भारी शोर शराबे व हंगामें के बीच जांच कुछ ही मिनटों में बंद करनी पड़ी।
ऐसा क्यों हुआ? और क्या कारण है कि हर बार ग्राम पंचायत में किसी भी अधिकारी के जांच हेतु पहुंचने पर भारी शोर शराबे की स्थितियां उत्पन्न हो जाती हैं तथा पंचायत लोगों को शांत कराने व बैठाने में नाकाम रहती है। वहीं कुछ लोगों यह भी कहना है यह हंगामा जानबूझकर कराया जाता है जिससे जांच प्रभावित हो और अधिकारी लौट जाये। यह विषय सोचनीय है। अब देखना यह है कि किस दिन पुनः उक्त जांच हेतु अधिकारी का आगमन होता है।
वहीं अगर बात करें मनरेगा की साइट पर दर्ज जॉब कार्ड धारकों की संख्या तो ग्राम पंचायत में चार सौ से ऊपर मनरेगा मजदूरों का नाम दर्ज है। जिसमें वर्तमान में पचास के ऊपर एक्टिव मनरेगा जॉब कार्ड धारक हैं।