
•कलेक्ट्रेट के सामने दो महिलाओ की भिड़ंत ने किया सेक्स रैकेट का पर्दाफाश
सुल्तानपुर। जिले में जिस्म फरोशी का धंधा तेजी से बढ़ रहा है। गाहे-बगाहे इसका भड़फोड़ भी होता रहता है। वर्षों से कलेक्ट्रेट के सामने चल रहे सेक्स रैकेट का पर्दाफाश शनिवार को उस वक्त हो गया जब दो महिलाओं का विवाद सड़क पर आ गया। पुलिस पहुंची और काफ़ी देर तक हंगामा चला, हालांकि देह व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
माजरा यूँ हैं! कलक्ट्रेट के सामने एक टायर की दुकान के बगल एक कमरा है, जिसमें एक पर्दा लगा रहता है। इसी पर्दे के पीछे बड़ा सा हाल है, जहां देह व्यापार का धंधा चलता है। शनिवार को एक ग्राहक से दो महिलाएं मोल भाव कर रहीं थी। ग्राहक को अपने पाले में करने के चक्कर में दोनों महिलाएं आपस में भिड़ गई। मारपीट होने लगी। माहौल भाँप ग्राहक पुरुष पीछे के रास्ते से छलांग मारकर भाग निकला। इसके बाद कमरा मालिक बुजुर्ग ने हस्तक्षेप किया। सलवार सूट में एक दो बच्चों की माँ ने पुलिस को फोन कर दिया और सड़क पर आकर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस के पहुँचने पर एक दूधमुंहे बच्चे को गोद में लेकर दूसरी महिला बाहर निकली। करीब आधे घंटे तक पुलिस की मौजूदगी में हंगामा हुआ।
उल्टा चोर कोतवाल को डांटे
उल्टा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत शनिवार को चरितार्थ होती दिखी। चरित्रहीन महिला पुलिस पर ऐसा रुआब झाड़ा कि, पुलिस की बोलती बंद हो गई।
शहर में कई स्थानों पर चल रहा है देह व्यापार
शहर के करीब दर्जन भर स्थानों पर देह व्यापार का धंधा चल रहा है। कलेक्ट्रेट के सामने के अलावा पल्टन बाजार, करौदिया, आवास विकास, पयागीपुर, शास्त्री नगर समेत अन्य स्थानों पर खुलेआम देह व्यापार चल रहा है। सूत्र बतातें हैं कि, यहां पर एजेंटों की जरिए बाहर से महिलाएं और युवतियों को लाकर इस धंधे से धकेला जा रहा है। प्रत्येक ग्राहक से 1000-2000 रुपयों तक की कमाई की जाती है। इस धंधे के कर्ताधर्ता ऐसे कमरों की तलाश करते हैं, जहां पर मकान मालिक और किरायेदार नहीं होते हैं। दो से तीन महीने में कमरे भी बदलते रहते हैं।