
•भारत सरकार की सरकारी मुहर लगाकर दिया था ज्वाइनिंग लेटर।
•पिता पुत्र है इस केस के मास्टर माइंड।
•अधिवक्ता बजरंग द्विवेदी बैंक के है विधिक सलाहकार व बार एसोसिएशन के सदस्य।
मामला कोतवाली नगर के लक्ष्मणपुर मोहल्ले के निवासी प्रांजल त्रिपाठी ने आईएएस की परीक्षा का ई एडमिट कार्ड देने, इंटरव्यू शैडयूल व ज्वाइनिंग लेटर आदि देने का आरोप थाना कूरेभार के पिपरी साईं नाथपुर निवासी प्रणव दुबे व इनके पिता अधिवक्ता बजरंग द्विवेदी, मनीष दुबे, आशीष दुबे, राज मिश्रा, श्रेयांश अग्रहरि व पराग डेयरी विकास भवन के दीपक पटेल पर लगाया था। सभी कागजात कूट रचित नकली थे। नौकरी के एवज में करीब 38 लाख रुपए आनलाइन खाते में लिए जाने की बात पीड़ित ने कही थी। जिस पर एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने विस्तृत जांच कराई।
विदित रहे मुख्य आरोपी बजरंग द्विवेदी अधिवक्ता होने के साथ ही बार एसोसिएशन की कार्यकारिणी के सदस्य व दो दो बैंको के विधिक सलाहकार है। आगे गहनता से जांच हुई तो इन आरोपियों के और भी कारनामे सामने आ सकते है।
आरोपों की पुष्टि होने पर सीओ नगर प्रशांत सिंह ने नगर कोतवाल को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। तहरीर के अनुसार नगर कोतवाल धीरज कुमार ने सभी आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने और धमकी देने समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया हैं। नगर कोतवाल धीरज कुमार ने मुकदमा दर्ज होने की पुष्टि की है। आरोपियों की तलाश सरगर्मी से की जा रही है।
अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि कोतवाली नगर में एक व्यक्ति की तहरीर पर आईएएस बनाने के नाम पर 38 लाख की ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ है। इसमें विवेचना प्रचलित है। प्रथम दृश्या मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। बाकी इसमें जो भी साक्षय मिलेंगे उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा है कि कोई गिरोह शामिल है ऐसा प्रतीत हो रहा है।