
• किसानों को निःशुल्क बोरिंग, अनुदानित बीज और सिंचाई सुविधाएं पारदर्शिता से उपलब्ध कराने के दिए गये निर्देश।
बस्ती। सिंचाई बन्धु की बैठक विकास भवन सभागार में उपाध्यक्ष गजेन्द्र मणि त्रिपाठी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जनपद में किसानों के लिए खाद, उन्नतिशील बीज, कृषि यंत्र तथा सिंचाई के लिए समुचित साधनों यथा नलकूप व नहरों के माध्यम से मिलने वाली सुविधाओं में पारदर्शितापूर्वक व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। पात्र किसानों को निःशुल्क बोरिंग, अनुदानित बीज, पोर्टल पर पंजीकरण के माध्यम से चयनित कर लाभान्वित किया जाए।
बैठक में कप्तानगंज विधायक प्रतिनिधि गुलाब चन्द्र सोनकर ने कहा कि किसानों के गन्ना मूल्य का लंबित भुगतान शीघ्रता से किया जाय। उन्होंने गन्ना विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि किसानों के साथ-साथ गन्ना मिल से जुड़े कर्मचारियों के भुगतान की भी त्वरित कार्यवाही की जाय। उपस्थित प्रतिभागी ने बताया कि किसानों के गन्ना मूल्य का 16 जनवरी 2018 तक का भुगतान कर दिया गया है।
विधायक प्रतिनिधि हर्रैया सरोज मिश्रा ने उद्यान निरीक्षक भानु प्रताप त्रिपाठी से जनपद में औद्यानिक व बागवानी के लिए प्राप्त लक्ष्य की जानकारी चाही। उक्त के क्रम में उन्होंने बताया कि उन्नतिशील आलू के बीज, कपूरी, सिन्दूरी तथा कपूरी बहार रूपये 800 प्रति कुंतल अनुदान पर किसानों को 27 अक्टूबर 2025 से उपलब्ध कराया जायेगा। जिले में लहसुन के लिए 5 हेक्टेयर, प्याज के लिए 6 हेक्टेयर तथा हल्दी के लिए 3 हेक्टेयर का लक्ष्य वर्तमान वर्ष के लिए निर्धारित है।
विधायक सदर प्रतिनिधि मो0 सलीम ने विद्युत विभाग के द्वारा कनेक्शन हेतु आवेदक के द्वारा धनराशि जमा करने के बाद भी अभी तक कनेक्शन न जोड़े जाने पर नाराजगी व्यक्त किया। नलकूपों की बन्द स्थिति पर भी उन्होंने रोष प्रकट किया। नलकूप विभाग के ए0ई0 ने बताया कि जनपद में 5 नये नलकूपों को स्थापित किये जाने की योजना प्रस्तावित है।
बैठक में उवर्रक की उपलब्धता तथा फार्मर रजिस्ट्री के विषय में भी चर्चा की गयी। फार्मर रजिस्ट्री की लक्ष्य के सापेक्ष 74.27 प्रतिशत होने पर अध्यक्ष द्वारा प्रसन्नता प्रकट किया गया।
बैठक का संचालन सहायक अभियन्ता, सरयू नहर खण्ड-4, अजय कुमार आर्य ने किया। बैठक में अधिशासी अभियन्ता/नोडल दिनेश मोहन, दुर्गेश कुमार श्रीवास्तव सहित विभागीय अधिकारी/प्रतिनिधि उपस्थित रहे।