
लखनऊ। मंसूरी समाज की प्रमुख सामाजिक तंजीम जमीअतुल मंसूर द्वारा आज लखनऊ के एक प्रतिष्ठित होटल में भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं के साथ ही देश-प्रदेश में उत्कृष्ट सेवा दे रहे प्रमुख समाजसेवियों और अधिकारियों को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण रहे आईपीएस अधिकारी शकील मंसूरी और एडीजे मो. अली मंसूरी, जिन्हें मंच पर मोमेंटो, शॉल और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शकील मंसूरी ने बच्चों को संबोधित करते हुए अपने प्रेरणादायक अनुभव साझा किए और कहा कि कठिन परिश्रम और ईमानदारी से किया गया प्रयास ही सफलता की असली कुंजी है।
उन्होंने कहा कि समाज का हर बच्चा प्रतिभाशाली है, ज़रूरत है तो बस उन्हें उचित मार्गदर्शन और प्रोत्साहन देने की।कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जमीअतुल मंसूर के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व राज्य मंत्री जावेद इकबाल मंसूरी ने कहा कि समाज की प्रगति शिक्षा से ही संभव है।
उन्होंने जोर देते हुए कहा कि यदि हमारे बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर, आईएएस, पीसीएस और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आगे आएंगे, तभी समाज एक सशक्त भविष्य की ओर अग्रसर होगा।
उत्तर प्रदेश जमीअतुल मंसूर के अध्यक्ष हाजी रबीउल्लाह मंसूरी ने कहा कि संगठन का यह प्रयास न सिर्फ मेधावी विद्यार्थियों की हौसला अफजाई है, बल्कि यह समाज में शिक्षा और सेवा की संस्कृति को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
समारोह में मंच पर कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे, जिनमें राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष लियाकत मंसूरी, बिहार प्रदेश अध्यक्ष अजीम मंसूरी, महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष नजीर मंसूरी, दिल्ली प्रभारी रफीक मंसूरी, उपाध्यक्ष मुश्ताक मंसूरी, महामंत्री नौशाद मंसूरी, प्रदेश प्रवक्ता यूसुफ मंसूरी, संगठन मंत्री आज़ाद मंसूरी, मौलाना अल्ताफ मंसूरी, हाजी मो. सुल्तान मंसूरी, खुर्शीद मंसूरी, एफ एम खान मंसूरी, डॉ. कमरुद्दीन मंसूरी, नाहिदा मंसूरी, शहाबुद्दीन मंसूरी, नोमान मंसूरी, वसीम मंसूरी, शौकत अली और अन्य कई समाजसेवी शामिल रहे।
कार्यक्रम के समापन पर लखनऊ मंडल अध्यक्ष मो. हनीफ मंसूरी ने सभी मेहमानों, छात्रों और अभिभावकों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि संगठन भविष्य में भी समाज के प्रतिभाशाली युवाओं और सेवाभावी व्यक्तियों को इसी प्रकार सम्मानित करता रहेगा, ताकि उन्हें और बेहतर करने की प्रेरणा मिल सके।यह कार्यक्रम समाज में शिक्षा, सेवा और सम्मान की भावना को और मजबूत करने की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल के रूप में यादगार बन गया।