
लखनऊ। नगर निगम लखनऊ द्वारा पालतू कुत्तों के अनिवार्य लाइसेंस नियम के पालन हेतु शुक्रवार सुबह एक विशेष चेकिंग अभियान चलाया गया। नगर आयुक्त गौरव कुमार के निर्देश पर यह अभियान पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा के नेतृत्व में प्रातः 6:30 बजे से जोन-4 के लोहिया पार्क, विराट खंड, विशाल खंड और 1090 चौराहा समेत अन्य इलाकों में संचालित हुआ। नगर निगम की प्रवर्तन टीम, डॉग कैचिंग स्क्वाड और विभागीय कर्मियों ने मिलकर क्षेत्र में पालतू कुत्तों के लाइसेंस की जांच की।
इस अभियान में बिना लाइसेंस के पाए गए 6 लोगों से ₹30,000 का जुर्माना वसूला गया, जबकि मौके पर ही 6 नए लाइसेंस बनाए गए। कुल ₹34,400 की धनराशि निगम कोष में जमा कराई गई। बिना लाइसेंस घुमा रहे एक गोल्डन रिट्रीवर और एक जर्मन मस्तिफ नस्ल के कुत्तों को जब्त किया गया, जिन्हें जुर्माना अदा करने के बाद छोड़ा गया।
लाइसेंस चेकिंग के दौरान कई लोग अपने पालतू कुत्तों को लेकर भागते नजर आए और कुछ ने निगम कर्मियों को प्रभावित करने की कोशिश भी की। ऐसे सभी मामलों में नोटिस जारी किए जाएंगे। वहीं कुछ लोग वैक्सीनेशन कार्ड और लाइसेंस के साथ नियमों का पालन करते हुए मिले।
लखनऊ नगर निगम के अनुसार, नगर क्षेत्र में पालतू कुत्तों की संख्या लगभग 10,000 है, जिनमें से काफी संख्या में कुत्तों का लाइसेंस अभी तक नहीं बनवाया गया है। नगर निगम द्वारा लाइसेंस केवल रैबीज टीकाकरण प्रमाण पत्र और श्वान नियंत्रण उपविधि 2003 के तहत निर्धारित शपथ पत्र के आधार पर ही जारी किया जाता है। यह सुविधा ऑनलाइन (lmc.up.nic.in) और नगर निगम कार्यालय, लालबाग में उपलब्ध है।
पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा ने सभी पालतू कुत्तों के मालिकों से अपील की है कि वे जुर्माने से बचने के लिए अनिवार्य रूप से लाइसेंस बनवाएं और डॉग वॉक के दौरान माउथ गार्ड एवं स्कूप का प्रयोग करें। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नगर निगम का यह अभियान समय-समय पर विभिन्न क्षेत्रों में चलता रहेगा।
लाइसेंस संबंधित जानकारी और सहायता हेतु नगर निगम ने दो संपर्क सूत्र भी जारी किए हैं—जयंत सिंह (9511156792) एवं अफसर अली (9721095021)।नगर निगम की इस पहल को शहरी पशु प्रबंधन के लिए एक आवश्यक कदम माना जा रहा है, जिससे न सिर्फ नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सकेगी बल्कि पालतू पशुओं की देखभाल भी और अधिक नियंत्रित हो सकेगी।