प्रयागराज/लखनऊ। परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दयाशंकर सिंह ने बताया कि इस वर्ष माघ मेला 03 जनवरी, 2026 से गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती की पावन धरा पर आयोजित होगा। माघ माह में हर वर्ष होने वाला यह मेला इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। गत वर्ष आयोजित भव्य महाकुंभ-2025 में लगभग 67 करोड़ लोगों ने स्नान का पुण्य लाभ लिया था।
इस वर्ष उत्तर प्रदेश परिवहन निगम 3800 बसों के संचालन के साथ यात्रियों को सुविधा प्रदान करेगा। मकर संक्रांति (15 जनवरी), मौनी अमावस्या (18 जनवरी) और बसंत पंचमी (23 जनवरी) के शाही स्नान के अवसर पर विशेष भीड़ को देखते हुए परिवहन निगम ने रिजर्व बसों की भी व्यवस्था की है।
मेला की संपूर्ण अवधि 01 जनवरी से 15 फरवरी, 2026 तक सामान्य दिनों में 25 बसें तथा मुख्य पर्वों के दो दिन पूर्व से एक दिन बाद तक 200 शटल बसें संचालित की जाएंगी।
विभिन्न क्षेत्रों से बसों के संचालन की व्यवस्था इस प्रकार की गई है: लखनऊ क्षेत्र से 500, गोरखपुर से 500, आजमगढ़ से 430, वाराणसी से 430, अयोध्या से 270, प्रयागराज से 550, चित्रकूट धाम से 330, झांसी से 50, कानपुर से 270, हरदोई से 350 और देवीपाटन से 250 बसें।
परिवहन मंत्री ने यह भी बताया कि माघ मेला क्षेत्र में यात्रियों की सुविधा के लिए मुख्य स्थानों पर फ्लेक्स बोर्ड लगाए जाएंगे, जिनसे बसों की उपलब्धता और गंतव्य की जानकारी प्राप्त हो सकेगी। साथ ही माघ मेला क्षेत्र में इस वर्ष दो अस्थायी बस स्टेशन बनाए जाएंगे और सभी बसों की चाक-चौबंद व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
दयाशंकर सिंह ने निर्देश दिए कि प्रत्येक बस स्टेशन और संचालन व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त किया जाए, ताकि श्रद्धालुओं को यात्रा में कोई असुविधा न हो और माघ मेला शांतिपूर्ण एवं सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।
