•एक सप्ताह के भीतर निर्णय न हुआ तो पुनः आन्दोलन की चेतावनी।
बस्ती। जिलाधिकारी के निर्देश पर सोमवार को अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान की अध्यक्षता में ग्राम पंचायत अधिकारी और ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति की बैठक एडीएम कार्यालय पर सम्पन्न हुई। कई विन्दुओं पर विस्तार से वार्ता और जिला विकास अधिकारी अजय कुमार सिंह द्वारा लिखित कार्यवृत्ति जारी किये जाने के बाद ग्राम विकास अधिकारियों ने अपना आन्दोलन स्थगित कर दिया गया है।
ज्ञात रहे कि साऊंघाट विकास खण्ड में तैनात ग्राम विकास अधिकारी प्रियंका यादव के निलम्बन के बाद ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी समन्वय समिति के आवाहन पर 31 अक्टूबर से सभी विकास खण्डों में अनिश्चित कालीन धरना और कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया था।
सोमवार को अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान, मुख्य राजस्व अधिकारी कीर्ति प्रकाश भारती, जिला विकास अधिकारी अजय कुमार सिंह, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए राजेश कुमार के साथ राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अध्यक्ष मस्तराम वर्मा, विकास भवन कर्मचारी संघ अध्यक्ष राम अधार पाल, ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन के मण्डल अध्यक्ष राकेश पाण्डेय, समन्वय समिति अध्यक्ष अरूणेश पाल, कार्यकारी अध्यक्ष अखिलेश शुक्ला, मंत्री अमरनाथ गौतम की उपस्थिति में ग्राम विकास अधिकारी प्रियंका यादव के निलम्बन के सवाल को लेकर द्विपक्षीय वार्ता में सहमति बनी कि ग्राम विकास अधिकारी प्रियंका यादव के निलम्बन के सम्बन्ध में एक सप्ताह के भीतर नियमानुसार कार्यवाही पूर्ण कर लिया जायेगा। 15 दिन के भीतर खण्ड विकास अधिकारी साऊंघाट के विरूद्ध लगाये गये आरोपों की जांच कर कार्यवाही की जायेगी।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अध्यक्ष मस्तराम वर्मा, विकास भवन कर्मचारी संघ अध्यक्ष राम अधार पाल ने प्रेस को जारी विज्ञप्ति के माध्यम से यह जानकारी देते हुये बताया कि यदि एक सप्ताह के भीतर कार्यवृत्ति के अनुसार ग्राम विकास अधिकारी प्रियंका यादव के निलम्बन के सम्बन्ध में बहाली करने के साथ ही खण्ड विकास अधिकारी साऊंघाट के विरूद्ध लगाये गये आरोपों की जांच कर कार्यवाही न की गई तो परिषद पुनः आन्दोलन को बाध्य होगा।
कर्मचारी नेताओं ने भरोसा जताया कि जिस सौहार्द के साथ बैठक हुई हैं उससे यह स्पष्ट है कि प्रकरण का एक सप्ताह के भीतर समाधान हो जायेगा।
वार्ता में मुख्य रूप से सुधीर सिंह, राजेश कुमार, फिरोज खान, जितेन्द्र अरोड़ा, शैलेन्द्र त्रिपाठी, राजमंगल दूबे, अखिलेश कुमार शुक्ल, अरविन्द चौधरी, आदर्श पाण्डेय, जयन्त लाल, नीरज कंकाडिया के साथ ही अनेक सचिव शामिल रहे।
————————
