दीपक कुमार की रिपोर्ट, देहरादून-ऋषिकेश
देहरादून(उत्तराखंड)। बादल फटने और भारी बारिश के चलते देहरादून-मसूरी मार्ग लगातार दूसरे दिन भी बंद रहा। मार्ग अवरुद्ध होने से बुधवार तक करीब 2,500 पर्यटक मसूरी में फंसे रहे।




मंगलवार तड़के हुई बारिश संबंधी घटनाओं में देहरादून के विभिन्न हिस्सों में 13 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, मसूरी जाने वाला मुख्य मार्ग कई स्थानों पर टूट गया है और जगह-जगह मलबा भर जाने से यातायात पूरी तरह ठप हो गया।
कोल्हूखेत में वैकल्पिक पुल का निर्माण
अधिकारियों ने बताया कि कोल्हूखेत में एक वैकल्पिक बेली पुल बनाया जा रहा है, जिसे बुधवार रात तक हल्के वाहनों के लिए खोले जाने की संभावना है। पुल निर्माण की निगरानी कर रहे आईएएस राहुल आनंद ने बताया कि पुल तैयार होते ही जेसीबी जैसी भारी मशीनें मलबा हटाने के लिए मार्ग पर पहुंचाई जा सकेंगी।
उन्होंने कहा कि मंगलवार को मसूरी में फंसे पर्यटकों की संख्या कहीं ज्यादा थी। हालांकि, कई पर्यटक विकासनगर मार्ग से बुधवार को मसूरी से बाहर निकल गए। सामान्यतः देहरादून-मसूरी की दूरी 35 किलोमीटर है, लेकिन विकासनगर मार्ग से यह दूरी 80 किलोमीटर हो जाती है।
होटल मालिकों ने दिखाई उदारता
मसूरी पुलिस ने पर्यटकों से अपील की है कि जब तक मार्ग पूरी तरह बहाल नहीं हो जाता, वे अपने होटल, घरों या होमस्टे में ही रुके रहें। इस बीच, पर्यटकों की असुविधा को देखते हुए मसूरी होटल मालिक संघ ने उदारता दिखाते हुए मंगलवार की रात उन्हें मुफ्त ठहरने की सुविधा दी।
स्थानीय लोगों को भी मुश्किलें
लगातार बारिश से केवल पर्यटक ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोग भी परेशान हैं। पहाड़ी से मलबा दुकानों और आसपास के घरों में घुस गया है। इसके अलावा, आसपास के गांवों को जोड़ने वाले कई मार्ग भी मलबे में पूरी तरह बाधित हो गए हैं।
