
•इंस्टीट्यूट बनकर तैयार, 25 फरवरी को होगा हैंड ओवर
बस्ती। जिले को पहले ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर (डीटीसी) की सौगात मिलने वाली है। शहर के कटरा स्थित आईटीआई परिसर में बने मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट का काम पूरा हो गया है। 25 फरवरी को कार्यदायी कंपनी विभाग को हैंडओवर कर देगी। एक माह सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद अप्रैल माह से डीएल बनना शुरू हो जायेगा। यहीं डीएल के आवेदकों का टेस्ट भी होगा। जिले में अब तक यह सुविधा नहीं थी।

करीब चार करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस इंस्टीट्यूट के खुल जाने से लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। पहले यहां के लोगों को गैर जनपदों में जाकर वाहन चलाने की ट्रेनिंग लेनी पड़ती थी। इससे उनके ऊपर आर्थिक भार पड़ता है। क्योंकि आरटीओ के पास प्रशिक्षण के लिए पर्याप्त भूमि नहीं थी। दिसंबर-2018 में तत्कालीन डीएम डॉ. राजशेखर ने आरटीओ के पास भूमि न होने पर आईटीआई की खाली पड़ी ढाई एकड़ भूमि मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट निर्माण के लिए आवंटित की थी।
18 की उम्र पूरी करने वाले ले सकेंगे प्रशिक्षण शासकीय मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में 18 वर्ष की उम्र पूरी करने वाले प्रवेश ले सकेंगे। उन्हें प्रशिक्षित ट्रेनर प्रशिक्षण देंगे। इंस्टीट्यूट में वाहन चलाने की ट्रेनिंग लेने वालों को यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी। उन्हें वाहन चलाने के लिए पूरी तरह से दक्ष किया जाएगा। एक माह के प्रशिक्षण के बाद परीक्षा पास करने वाले को प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा। युवा इसके माध्यम से रोेजगार भी पा सकेंगे।
परीक्षण की निगरानी करेंगे सेंसर व कैमरे : नई व्यवस्था के तहत अब अफसरों के बजाय सेंसर और कैमरे की निगरानी में परीक्षण होगा। इससे न सिर्फ परिणाम में सटीकता, बल्कि पारदर्शिता भी बढ़ेगी। ट्रैक पर लगे सेंसर और कैमरों को मुख्यालय से जोड़ा जाएगा। जैसे ही कोई व्यक्ति टेस्ट देने के लिए वाहन लेकर ट्रैक पर आएगा, वैसे ही सेंसर और कैमरे की निगरानी में टेस्ट शुरू हो जाएगा। इसमें पास न होने पर करीब तीन माह बाद फिर से टेस्ट देने के लिए आना होगा।

डीटीसी से प्रमाणपत्र लेना अनिवार्य : एआरटीओ पंकज सिंह ने बताया कि ड्राइविंग इंस्टीट्यूट खुलने से युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। मोटर ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट बन कर तैयार हो गया है। 25 फरवरी को कार्यदायी कंपनी विभाग को हैंडओवर कर देगी। अप्रैल तक इसका संचालन होने की उम्मीद है। डीएल के लिए अब डीटीसी से प्रशिक्षण प्राप्त कर प्रमाणपत्र लेना अनिवार्य होगा।