
बस्ती। पैर की हड्डी का एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन करते समय मरीज की मौत के बाद परिवार के लोगों ने जमकर हंगामा किया। परिजन बेहोशी का ओवरडोज इंजेक्शन लगाने का आरोप लगाते हुए डाॅक्टर पर एफआईआर दर्ज करने की मांग करने लगे। पुलिस ने शव कब्जे में ले लिया है। सीएमओ ने दो सदस्यीय टीम गठित कर पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया है।
जिले में सोनहा थाना क्षेत्र के फेरसम गांव निवासी रवींद्रनाथ त्रिपाठी का नौ जून की रात बाइक से हादसा हो गया, जिससे उनके बाएं पैर में चोट लग गई थी। इसी दिन परिजन रात में उन्हें शहर के सूर्या हॉस्पिटल में इलाज के लिए ले गए। रवींद्रनाथ के पुत्र वेदप्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि 11 जून को सुबह आठ बजे उन्हें ऑपरेशन के लिए अस्पताल कर्मी ऑपरेशन थिएटर ले गए।
आरोप है कि बेहोशी के डॉक्टर की अनुपस्थिति में अस्पताल कर्मियों ने उन्हें बेहोशी का ओवरडोज इंजेक्शन लगा दिया, जिससे ऑपरेशन थिएटर में ही उनकी मौत हो गई। उनकी मौत की सूचना अस्पताल कर्मियों ने परिजनों को दी तो वह हंगामा करने लगे। मौके पर पहुंचे सीएमओ आरएस दुबे व पुरानी बस्ती पुलिस ने उन्हें शांत कराते हुए शव कब्जे में ले लिया।
परिजन अस्पताल प्रबंधन पर केस दर्ज करने की मांग करने लगे तो पुलिस ने उन्हें समझाया कि बिना सीएमओ की जांच के केस दर्ज नहीं हो सकता है।
वीडियोग्राफी कराते हुए दो सदस्यीय टीम करेगी पोस्टमार्टम
मृतक रवींद्रनाथ के पुत्र वेद प्रकाश की शिकायत पर सीएमओ आरएस दुबे ने दो सदस्यीय टीम का गठन कर वीडियोग्राफी कराते हुए शव का पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया। सीएमओ ने बताया कि रविंद्रनाथ के पुत्र की शिकायत पर जांच की जा रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
●रवींद्रनाथ त्रिपाठी के बाएं घुटने की सर्जरी मंगलवार सुबह 8.30 बजे की गई। सात मिनट में ही ऑपरेशन पूरा हो गया उनके बेटे को बुलाकर उन्हें ऑपरेशन थिएटर से बाहर लेने जाने के लिए कहा गया। तभी उन्हें हार्टअटैक आ गया, जिससे उनकी मृत्यु हो गई। बेहोशी का इंजेक्शन ओवरडोज देने की बात निराधार है। –डॉ. शशिकांत शर्मा, चिकित्सक व संचालक, सूर्या हॉस्पिटल