
सोनहा (बस्ती)। अमरौली शुमाली टोला मधुवन निवासी ट्रैक्टर चालक विनय कुमार (19) की हत्या में पुलिस का ढुलमुल रवैया उसके परिवार के लोगों के लिए पीड़ादायक है।
पहले केस दर्ज करने के लिए परिवार के लोगों को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। बाद में कहा गया कि डीएनए रिपोर्ट आना बाकी है। डीएनए रिपोर्ट आने के बाद भी कहा जा रहा है कि मौत की वजह स्पष्ट नहीं है। विनस की मां का कहना है कि न्याय नहीं मिला तो फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगी।
11 अगस्त 2023 को दोस्त की साइकिल देने को कहकर विनय घर से निकला था। 19 अगस्त को उसका शव खाजेपुर गांव के एक गन्ने के खेत में एक कंकाल के रूप में मिला था।
मौके पर फाॅरेंसिक टीम के साथ पहुंचे तत्कालीन एसएचओ शैलेश सिंह ने मृतक के भाई विजय कुमार के शव की पहचान करने के बाद भी यह कहकर केस दर्ज करने से टाल दिया कि कंकाल का डीएनए रिपोर्ट आने तक पहचान नहीं किया जा सकता।
मृतक की मां दुर्गावती का आरोप था कि उनके पुत्र का एक लड़की से प्रेम प्रसंग चल रहा था। इसको लेकर एक बार थाना पर बात पहुंची थी। जहां दोनों एक साथ रहने को राजी हुए। सुलहनामा में यह लिखा गया कि दोनों की शादी छह माह में करा दी जाएगी। इस बीच बेटे की हत्या कर दी गई।
मामले में प्रभारी निरीक्षक उपेन्द्र कुमार मिश्र ने कहा पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं है। विशेषज्ञों से एक्स-रे व फोटोप्लेक्स के आधार पर राय ली जा रही है। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।