
–वर्ष 2024 में हुए विस्फोट में मां, पत्नी व पड़ोसी की हुई थी मौत।
-इसबार रामकुमार, उसकी पत्नी तीन तीन बच्चे व एक कारीगर समेत 6 की मौत।
अयोध्या। अयोध्या जिले के थाना क्षेत्र पूराकलंदर के पगलाभारी गांव में गुरुवार शाम हुए भयावह धमाके ने एक ही परिवार की पीढ़ियों को ही खत्म कर दिया। 18 महीनों के भीतर रामकुमार कसौधन का पूरा परिवार मिट्टी में समा गया। गुरुवार शाम करीब साढ़े सात बजे हुए विस्फोट में रामकुमार, उसकी पत्नी वंदना, तीन बच्चों लव, यश और ईशी तथा एक कारीगर रामसजीवन की मौत हो गई। पांच शवों को गुरूवार की रात निकाला गया था। शुक्रवार को पुन मलबा हटाने का काम शुरू हुआ तब लगभग रामकुमार की लापता पत्नी वंदना का शव मिला।
गुरूवार की देर शाम हुआ विस्फोट इतना तेज था कि कुछ ही पलों में पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया। 200 मीटर के दायरे में शव और मकान के टुकड़े बिखर गए, जबकि घर का लोहे का गेट काफी दूर जाकर गिरा। पत्नी वंदना का शव करीब 16 घंटे बाद मलबे से बरामद हुआ। रात 11 बजे मलबा हटाते समय हुए एक और धमाके में लेखपाल आकाश सिंह को चोट लग गई। विस्फोट के दौरान पास में मौजूद रेस्क्यू दल को भी झटका लगा।
बताते चलें कि 13 अप्रैल 2024 में भी रामकुमार के पुराना घर जो की गांव में बना हुआ था वहां विस्फोट हुआ था, जिसमें उसकी मां शिवपता, पहली पत्नी बिंदू और एक पड़ोसी लड़की प्रियंका की मौत हो गई थी। शिवपता तथा बिंदू इलाज के दौरान तथा प्रियंका मौके पर ही दम तोड़ दिया था। तब गांव के विरोध के बाद उसने गांव से दूर खेत में नया घर बनवाया था। गुरूवार को नए मकान में विस्फोट उसकी परिवार समेत मौत का कारण बन गया। पहली पत्नी की मौत के बाद उसने अपनी साली वंदना से दूसरा विवाह किया था। हादसे में उसकी भी मौत हो गई है। तत्समय भी सिलेण्डर में विस्फोट की बात कही गई थी। लेकिन मृतक प्रियंका के पिता रामकुमार कोरी ने बारूद से विस्फोट होने का आरोप लगाया था।
जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुडे ने बताया कि प्रथम दृष्टता किचन में सिलेण्डर या कूकर में विस्फोट होने के कारण घटना हो सकती है। फारेंसिक रिपोर्ट आने के बाद कारणों का पता लग पाएगा। पटाखों में विस्फोट पर उन्होंने कहा कि अभी तक बारूद या किसी अन्य प्रकार के सबूत नही मिले हैं।