
-संघ के शताब्दी वर्ष और विजयदशमी उत्सव पर 2 किमी लंबा पथ संचलन।
सोहावल-अयोध्या। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष और विजय दशमी उत्सव के उपलक्ष्य में मंगलवार रानी बाजार में एक भव्य पथ संचलन का आयोजन किया गया। यह आयोजन मसौधा खंड के तत्वावधान में रानी बाजार स्थित माधव सर्वोदय इंटर कॉलेज से प्रारंभ हुआ। पथ संचलन की शुरुआत माधव सर्वोदय इंटर कॉलेज से हुई, जो चंद्रभान का पुरवा होते हुए रानी बाजार होते हुए माधव सर्वोदय इंटर कॉलेज तक पहुंचा। संचलन मार्ग में स्वयंसेवकों ने अनुशासन, एकता और राष्ट्रभक्ति का परिचय दिया। इस दौरान नगरवासियों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत किया।
पथ संचलन में लगभग 200 गणवेशधारी स्वयंसेवक शामिल हुए, जिन्होंने पारंपरिक संघ गणवेश में कदम से कदम मिलाकर नगरवासियों को देशभक्ति और सामाजिक समरसता का संदेश दिया। संचलन के दौरान वातावरण ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातर’ जैसे नारों से गुंजायमान रहा।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता ई0 रवि तिवारी ने स्वयं सेवकों को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के इतिहास, उद्देश्य और योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संघ की स्थापना डा0 केशव बलिराम हेडगेवार ने वर्ष 1925 में नागपुर में मात्र पांच स्वयंसेवकों के साथ की थी। अब 2025 में संघ अपने 100 वर्षों का गौरवशाली सफर पूरा करने जा रहा है। इस ऐतिहासिक अवसर को शताब्दी वर्ष और विजयदशमी उत्सव के रूप में देशभर में मनाया जा रहा है।
ई तिवारी ने कहा कि संघ का उद्देश्य समाज में एकता, सेवा और राष्ट्र प्रेम की भावना को मजबूत करना है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे राष्ट्र निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाएं और संघ के कार्यों से प्रेरणा लें। पथ संचलन के दौरान समाजसेवी, स्वयं सेवकों द्वारा विभिन्न स्थानों पर स्वयंसेवकों पर पुष्प वर्षा की गई। नगरवासियों, दुकानदारों और विद्यार्थियों ने भी संचलन का गर्मजोशी से स्वागत किया, जिससे पूरे नगर में उत्सव जैसा वातावरण बन गया।
कार्यक्रम में खण्ड संघचालक अशोक सिंह,खण्ड कार्यवाह अरुण त्रिपाठी जिला पर्यावरण प्रमुख धर्मवीर चौहान, जिला पंचायत सदस्य इंद्रभान सिंह, सहकार महामंत्री पुष्कर दत्त तिवारी,विशाल मिश्रा,राम प्रकाश,मनीष त्रिपाठी, वीरसेन सिंह,शिवप्रसाद शर्मा,धर्मेन्द्र कुमार तिवारी,हरि विजय सिंह,भीम सिंह,सहित बड़ी संख्या में संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। सभी ने पथ संचलन को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाई।