
मथुरा, वृंदावन। प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज बुधवार को एक गंभीर हादसे से बाल-बाल बच गए। वृंदावन में उनकी पदयात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच स्वागत के लिए लगाया गया लोहे का एक विशाल ट्रेस अचानक गिरने लगा। मौके पर मौजूद श्रद्धालुओं और सुरक्षा कर्मियों की सतर्कता और तत्परता से बड़ा हादसा टल गया। यह हादसा तब हुआ जब वे अपने आश्रम श्रीराधा केलिकुंज से जा रहे थे। हालाँकि ट्रेस गिरा नहीं जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
जानकारी के अनुसार, संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा के स्वागत के लिए शहर में कई स्थानों पर भव्य स्वागत द्वार और सजावट की गई थी। वृंदावन के रंगजी मंदिर मार्ग पर एक ऐसे ही स्थान पर लोहे का एक भारी ट्रेस लगाया गया था। जैसे ही संत वहां पहुंचे, भीड़ के दबाव और अधिक भार के कारण वह ट्रेस असंतुलित होकर गिरने लगा।
ट्रेस महाराज के ठीक सामने गिर रहा था, लेकिन कुछ श्रद्धालुओं ने समय रहते उसे थाम लिया, जिससे कोई गंभीर चोट या जान-माल की हानि नहीं हुई। घटना के समय वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया, लेकिन कुछ ही देर में स्थिति पर नियंत्रण पा लिया गया।
स्थानीय पुलिस और आयोजकों ने तत्परता दिखाते हुए महाराज को सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया और यात्रा को दोबारा नियंत्रित रूप से आगे बढ़ाया गया। इस घटना के बाद प्रशासन ने भविष्य में सुरक्षा मानकों के पालन की बात कही है, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।
गौरतलब है कि संत प्रेमानंद महाराज लाखों श्रद्धालुओं के आध्यात्मिक मार्गदर्शक हैं और उनकी यात्राओं में देशभर से श्रद्धालु बड़ी संख्या में भाग लेते हैं। इस घटना से उनके अनुयायियों में चिंता की लहर दौड़ गई थी, लेकिन महाराज ने स्वयं सबको शांत करते हुए यात्रा को पुनः आरंभ किया।