
वाराणसी/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को लेकर आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए। शुक्रवार को वाराणसी के सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार की प्राथमिकताओं में न तो शिक्षा है और न ही स्वास्थ्य, बल्कि पूरी व्यवस्था भ्रष्टाचार और मनमानी की शिकार है।
संजय सिंह ने बताया कि काशी प्रांत में आम आदमी पार्टी का प्रांतीय कार्यकर्ता सम्मेलन शुक्रवार को आयोजित किया गया, जबकि शनिवार को एक संकल्प शिविर (प्रशिक्षण शिविर) होगा। उन्होंने कहा कि पार्टी गांव-गांव, बूथ, ब्लॉक और विधानसभा स्तर पर कमेटियां बनाकर संगठन विस्तार करेगी और एक व्यापक जनसंपर्क अभियान चलाया जाएगा।
आगामी जिला पंचायत चुनावों को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि आम आदमी पार्टी अपने समर्थित उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारेगी। साथ ही उन्होंने मांग की कि जिला पंचायत और ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव सीधे जनता से कराए जाएं, ताकि इस प्रक्रिया में फैले खरीद-फरोख्त और भ्रष्टाचार पर रोक लग सके। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस मुद्दे पर इच्छाशक्ति दिखाने की अपील की।
प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि ललितपुर में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक डॉक्टर शराब के नशे में चड्डी-बनियान पहने बैठा रहा, और इलाज के अभाव में एक होमगार्ड की मौत हो गई। बदायूं में वेंटिलेटर न चलने से हर महीने 35 से 40 बच्चों की जान जा रही है, क्योंकि पिछले तीन साल से अस्पताल में वेंटिलेटर ऑपरेटर की नियुक्ति नहीं हुई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि उनके अपने जिले सुल्तानपुर में पिछले चार सालों से एक्सरे की केवल कागजी प्रतियां दी जा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि जयापुर गांव, जिसे मोदी ने गोद लिया था, वहां प्राइमरी स्कूल में डाकघर चलाया जा रहा है। यह दर्शाता है कि प्रधानमंत्री के दावे और जमीनी हकीकत में भारी अंतर है। उत्तर प्रदेश में विद्यालयों के मर्जर की योजना पर संजय सिंह ने गहरी चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि 27,000 विद्यालयों को बंद करने की तैयारी की जा रही है, जिससे लाखों बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी। केंद्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, बीते छह महीनों में करीब आठ लाख बच्चे कक्षा 5 तक की पढ़ाई से बाहर हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री खुद कह रहे हैं कि सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के आदेशों को नहीं मानेंगे और अपनी बुलडोजर नीति चलाएंगे, तो यह लोकतंत्र के लिए बेहद खतरनाक है।
बनारस में 100 साल पुरानी ऐतिहासिक दुकानों को गिराए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के विरुद्ध चाची की कचौड़ी और पहलवान लस्सी जैसी दुकानों को जमींदोज कर दिया गया। उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल किया कि क्या वे अपने ही संसदीय क्षेत्र में संविधान और न्यायपालिका की गरिमा की रक्षा नहीं कर सकते?
संजय सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी अब सेवा कार्यों को आंदोलन से जोड़कर आगे बढ़ाएगी। हर महीने वे किसी एक दुर्दशाग्रस्त स्कूल या अस्पताल को चिह्नित कर उसकी सफाई और मरम्मत का कार्य करेंगे और सोशल मीडिया व मीडिया के जरिए जनता को सच्चाई से रूबरू कराएंगे। इसके अलावा बिजली कटौती और बढ़ी दरों के खिलाफ भी पार्टी व्यापक जन आंदोलन करेगी।
विदेश नीति पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए संजय सिंह ने आरोप लगाया कि उन्होंने अमेरिका को भारत-पाकिस्तान के मामलों में मध्यस्थता का अवसर देकर देश के स्वाभिमान को गिरवी रख दिया। उन्होंने कहा कि ट्रंप 14 बार कह चुके हैं कि उन्होंने व्यापार रोकने की धमकी देकर भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर करवाया। जबकि अमेरिका का पाकिस्तान से कोई व्यापारिक रिश्ता नहीं, जो व्यापार है वह भारत के साथ है और भारत का व्यापार अडानी के साथ है। यानी मोदी ने अपने मित्र का व्यापार बचाने के लिए देश की प्रतिष्ठा को दांव पर लगा दिया।
अंत में उन्होंने प्रधानमंत्री से यह भी सवाल किया कि यदि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभी जारी है तो उन चार आतंकियों का क्या हुआ, जिन्होंने हमारी बहनों के सिंदूर उजाड़े? उन्होंने कहा कि देश की जनता को असली मुद्दों से भटकाया जा रहा है और जब जनता सवाल पूछती है तो उसे हिंदू-मुसलमान की बहस में उलझा दिया जाता है।