
बस्ती। नगर बाजार में श्री हनुमानगढी मंदिर परिसर में श्री हनुमान मंदिर जीर्णोद्धार के बाद श्री हनुमान जी, राधा कृष्ण की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के निमित्त आयोजित नौ दिवसीय श्रीराम कथा के शुभारंभ पर क्लश शोभा यात्रा निकाली गई।
शाेभा यात्रा में श्रीराम दरबार की झांकी, हाथी घोड़ा ढोल नगाड़ों के साथ श्री हनुमान, राधा कृष्ण की मूर्तियों को राजकोट दुर्गा मंदिर, बड़े हनुमान जी शिवाला, मां पाटेश्वरी माता मंदिर, दुर्गा शक्तिपीठ मंदिर, इच्छा बाबा मंदिर और दुर्गा मंदिर नगर बाजार से घुमाकर हनुमान गढ़ी तक लाया गया। प्राण प्रतिष्ठा के लिये विधि विधान से वैदिक मंत्रों के बीच पूजन अर्चन की प्रक्रिया आचार्य गण सम्पन्न करा रहे हैं।
शोभा यात्रा के बाद श्रीराम कथा का रसपान स्वामी रामेश्वर नारायण जी महराज कराया। प्रभु श्रीरामचन्द्र के बाल लीला का वर्णन करते हुए कहा कि कौशल्याजी कभी उन्हें गोद में लेकर हिलाती-डुलाती और कभी पालने में लिटाकर झुलाती थीं। श्रीरामकथा मनमोहक, भवभयतारक व मर्यादापूर्वक मानव जीवन जीने का प्रधान साधन है। श्रीराम बाल्यावस्था से ही बड़े ही तेजस्वी थे। मानस में संसार का ऐसा कोई प्रश्न नही जिसका समुचित उत्तर निहित न हो।
प्रयागराज और नदियों की महिमा का वर्णन करते हुए महात्मा जी ने कहा कि श्रीराम कथा से जीवन सुधरता है और कुविचार के स्थान पर सुविचार का जन्म होता है। समय, सम्पत्ति और शक्ति का जो सदुपयोग करे वह देवता और दुरूपयोग करने वाला दैत्य है।
शोभा यात्रा और श्रीराम कथा में मुख्य यजमान शेषमणि गुप्ता, शकुन्तला देवी, चिरौजी गुप्ता, मंजू देवी कथा व्यास का विधि विधान से ने पूजन किया। मुख्य रूप से नगर पंचायत नगर अध्यक्ष नीलम सिंह राना, राना दिनेश प्रताप सिंह, विष्णु कसौधन, संजय गुप्ता, रामधनी कसौधन, शिवम, प्रिन्स, रमेश कसौधन, चंदन गुप्ताख् राजू गौड़, आशीष सिंह के साथ ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।