
बागपत। जिले के गांगनौली गांव से को एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यहां एक मस्जिद के इमाम (मौलाना) की पत्नी और दो मासूम बेटियों की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई। तीनों के शव मस्जिद की ऊपरी मंजिल पर बने उनके घर में लहूलुहान हालत में मिले।
ट्रिपल मर्डर की यह घटना उस वक्त अंजाम दी गई, जब मौलाना घर पर नहीं थे। इस हत्याकांड की खबर फैलते ही गांव में हड़कंप मच गया और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया।
मूल रूप से मुजफ्फरनगर के सुन्ना गांव के रहने वाले मौलाना इब्राहिम, गांगनौली गांव की मस्जिद में इमाम हैं। वह अपनी 32 वर्षीय पत्नी इसराना, पांच साल की बेटी सोफिया और तीन साल की बेटी सुमय्या के साथ मस्जिद के ऊपर बने मकान में रहते थे। शनिवार को जब मौलाना घर पर नहीं थे, तब अज्ञात हमलावरों ने इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया। तीनों के शवों की हालत देखकर साफ पता चल रहा था कि उन्हें बेहद क्रूरता से पीट-पीटकर मारा गया है।
घटना के समय मौलाना इब्राहिम देवबंद में अफगानिस्तान के एक मंत्री के स्वागत में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने गए थे। माना जा रहा है कि हमलावरों ने उनकी अनुपस्थिति का फायदा उठाकर इस वारदात को अंजाम दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस को 112 डायल पर सूचित किया गया, जिसके बाद पुलिस की टीम तुरंत मौके पर पहुंची।
पुलिस ने तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच-पड़ताल शुरू कर दी थी। मस्जिद परिसर में हुए इस तिहरे हत्याकांड से गांगनौली गांव और आसपास के इलाकों में तनाव और डर का माहौल है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए गांव में और मस्जिद के आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
अपडेट:-
पुलिस जांच में पता चला कि इस तिहरे हत्याकांड को उन 2 नाबालिग छात्रों ने अंजाम दिया, जिन्हें मुफ्ती मस्जिद में बने मदरसे में तालीम देते थे। इन नाबालिगों ने हथौड़े से पीट-पीटकर मुफ़्ती की पत्नी और 2 बेटियों की हत्या कर दी। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि नाबालिग आरोपी इस बात से नाराज थे कि मुफ्ती उन्हें तालीम देते समय पीटते हैं। इस पिटाई से नाबालिग इतने गुस्से में थे कि मुफ्ती के देवबंद जाते ही उन्होंने हत्याकांड को अंजाम दे दिया। पुलिस को तीनों शव मदरसे की छत पर मिले।