
सुल्तानपुर। धनपतगंज थाना क्षेत्र में सब-इंस्पेक्टर विजय गुप्ता पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता प्रमोद कुमार मिश्रा की पिटाई का आरोप लगा है। इस मामले में थाना प्रभारी प्रवीण कुमार यादव ने उच्चाधिकारियों को सूचित किया, जिसके बाद अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने जांच कर उचित कार्रवाई की बात कही है। इधर शहरी विधायक विनोद सिंह के हस्तक्षेप के बाद एसपी कुंवर अनुपम सिंह ने एस.आई को निंलबित कर दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अतरसुमा कलां गांव निवासी प्रमोद कुमार मिश्रा रविवार को धनपतगंज थाने पहुंचे थे। वे विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष हैं। मिश्रा का आरोप है कि थाने में तैनात दरोगा विजय गुप्ता ने उनके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग किया और मारपीट की। उन्होंने थाने में दी गई तहरीर में दो सिपाहियों पर भी मारपीट का आरोप लगाया है, साथ ही यह भी कहा कि सिपाही वर्दी पर नेम प्लेट नहीं लगाए थे।
इस संबंध में दरोगा विजय गुप्ता का कहना है कि प्रमोद मिश्रा एक जांच में अनावश्यक हस्तक्षेप कर रहे थे, जिससे विवाद हुआ। उन्होंने मारपीट के आरोपों को निराधार बताया है। थाना प्रभारी प्रवीण कुमार यादव ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है और उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि एक व्यक्ति ने थाने के सब-इंस्पेक्टर पर मारपीट के आरोप लगाते हुए एक वीडियो वायरल किया है। मामले की जांच की जा रही है, और यदि आरोप सत्य पाए जाते हैं तो संबंधित के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
वीएचपी नेता प्रमोद कुमार मिश्रा ने वीडियो जारी कर बताया, मैं एसओ साहब से मिलने थाने आया था। वहां हमारे ग्राम सभा जगदीशपुर के कुछ लोग बैठे थे। मैं एसआई सुब्बा यादव के पास बैठ गया था। तभी एसआई विजय गुप्ता आए। हमारा उनसे कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं था, लेकिन उन्होंने अचानक मुझे मारा-पीटा।
उन्होंने आगे कहा, मैं किसी पैरवी में नहीं, सिर्फ औपचारिक भेंट के लिए थाने आया था। विजय गुप्ता के साथ चार सिपाही और थे, जिनमें एक का नाम मंगल है। उन्होंने मेरा अपमान किया। वीडियो में यह भी कहा गया कि ग्राम सभा के रास्ते से जुड़ा कोई विवाद चल रहा था, जिस पर चर्चा के दौरान विवाद हुआ। दरोगा विजय गुप्ता का कहना है कि प्रमोद मिश्रा जांच में अनावश्यक दबाव बना रहे थे। इससे स्पष्ट होता है कि विवाद जांच में हस्तक्षेप के कारण उत्पन्न हुआ।