
— के के मिश्रा, संवाददाता।
संत कबीर नगर। विद्यालयों में मध्याह्न भोजन योजना विद्यार्थियों के पोषण के लिए चलाई जाती है, लेकिन लाल बहादुर शास्त्री स्मारक इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राज देव तिवारी पिछले 12 वर्षों से इस योजना में भ्रष्टाचार कर रहे थे। विद्यार्थियों ने जब इस भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई तो जिला प्रशासन ने तत्काल जांच समिति गठित की। जांच में प्रधानाचार्य के खिलाफ आरोप सिद्ध हुए और जिला विद्यालय निरीक्षक के आदेश पर 18 फरवरी 2025 को उन्हें निलंबित कर दिया गया।
इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने एक और जांच समिति गठित की, लेकिन छात्रों ने आरोप लगाया कि इस समिति ने न तो विद्यालय में आकर जांच की और न ही कोई रिपोर्ट प्रस्तुत की। निलंबन की अवधि पूरी होने के बाद जिला विद्यालय निरीक्षक ने प्रधानाचार्य की बहाली का आदेश जारी कर दिया।
प्रधानाचार्य की बहाली के आदेश से विद्यालय के विद्यार्थियों और शिक्षकों में भारी रोष व्याप्त है। विद्यालय के प्रबंधक ने भी प्रधानाचार्य पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने शिक्षक और छात्रों के गरिमामय रिश्ते को धूमिल किया है और उनके अपराध को क्षमा नहीं किया जा सकता।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) संत कबीरनगर इकाई के कार्यकर्ताओं ने उप-जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर इस बहाली आदेश को निरस्त करने की मांग की है। अभाविप गोरक्ष प्रांत के कार्यसमिति सदस्य रविशंकर ने कहा कि पूर्व में वित्तीय अनियमितताओं, छात्रहितों की अनदेखी और प्रशासनिक भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप सिद्ध हो चुके हैं। ऐसे में प्रधानाचार्य की पुनः नियुक्ति शिक्षा व्यवस्था और छात्रों के भविष्य के लिए घातक साबित हो सकती है। अभाविप ने उच्चस्तरीय जांच कराने और आदेश को तत्काल रद्द करने की मांग की है।