
•खुले नालों से बढ़ रही लोगों की परेशानी।
बस्ती। शहर के अधिकांश नाले अभी भी ढक्कन विहीन हैं और सफाई की स्थिति ठीक नहीं है। उम्मीद थी कि दशहरा तक नालों को ढंक दिया जाएगा, लेकिन यह काम हो नहीं सका। दीपावली बीत जाने के बावजूद हालत जस की तस बनी हुई है। नगर पालिका परिषद का दावा है कि जल्द ही शहर के सभी नालों को ढकने और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने का काम किया जाएगा।
शहर में नाले निर्माण के साथ ही ढक्कन लगाने के लिए भारी बजट मिलता है, ताकि नालों में कचरा न भरे और बेजुबान जानवर उसमें न फंसे। लेकिन नगर पालिका अक्सर नाले का निर्माण कर बजट खर्च कर देती है, पर ढक्कन लगाने का काम पीछे रह जाता है। ऐसे नालों के किनारे उगी घास चरने गए पशु कभी-कभी उसमें गिरकर चोटिल हो जाते हैं। कई बार घंटों पशु फंसे रहते हैं, तब जाकर नगर पालिका के कर्मी उन्हें बाहर निकालते हैं।
मालवीय रोड पर कई जगह नाले ढक्कन विहीन हैं, जिससे स्थानीय लोगों को भी परेशानी झेलनी पड़ती है। रात के अंधेरे में गिरने का भय उन्हें सताता है। नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी ने कुछ दिन पहले नालों का निरीक्षण कर आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक कोई ठोस व्यवस्था नहीं हो सकी है।
नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष नेहा वर्मा ने बताया कि नाले को ढकने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। धन मिलने के बाद क्षतिग्रस्त ढक्कन की मरम्मत और खुले नालों पर ढक्कन लगाने का कार्य तुरंत शुरू कर दिया जाएगा।