
आजमगढ़। जनपद आजमगढ़ में बीते मंगलवार को एक मार्मिक दृश्य देखने को मिला जब एक दिव्यांग व्यक्ति अपनी दिव्यांग पत्नी को पीठ पर लादकर डीएम कार्यालय पहुंचा। घुटनों के बल चल रहे इस व्यक्ति के घुटने फर्श से जल रहे थे, लेकिन वह अंगोछे की मदद से किसी तरह खुद को बचाते हुए कार्यालय तक पहुंचा।
दिव्यांग अशोक, जो जहानागंज थाना क्षेत्र के कुंजी गांव का निवासी है, ने बताया कि उसके घर तक कोई रास्ता नहीं है। वर्तमान में गांव में चकबंदी का कार्य चल रहा है, और इसी प्रक्रिया में उनके घर तक जाने वाला रास्ता समाप्त हो गया है। ऐसे में बारिश के दिनों में उन्हें कीचड़ और दलदल से होकर गुजरना पड़ता है, जिससे भारी परेशानी हो रही है।
अशोक ने बताया कि वह पहले भी कई बार अधिकारियों से गुहार लगा चुका है, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने अपील की कि चकबंदी के दौरान ही उनके घर तक एक स्थायी रास्ता निकाला जाए, ताकि वह और उनकी पत्नी सामान्य रूप से घर से बाहर आ-जा सकें।
इस संबंध में सीआरओ संजीव ओझा ने बताया कि प्राप्त प्रार्थना पत्र के अनुसार पीड़ित को घर के सामने रास्ते की आवश्यकता है। चूंकि चकबंदी की प्रक्रिया चल रही है, इसलिए एसओसी को निर्देशित किया गया है कि यदि नियमों के अंतर्गत संभव हो तो उनके घर तक रास्ता उपलब्ध कराया जाए।