
•आर्थिक बोझ कम करेगा वन नेशन वन इलेक्शन : पवन कसौधन
बस्ती। नगरपालिका परिषद के सभागार में सोमवार को ‘एक देश, एक चुनाव’ विषय पर प्रबुद्ध समागम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संयोजन भाजपा वरिष्ठ नेता एवं संयोजक अंकुर वर्मा ने किया। मुख्य वक्ता के रूप में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवं ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ गोष्ठी के जिला समन्वयक पवन कसौधन ने कहा कि यह अवधारणा संविधान की मूल भावना को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक सार्थक पहल है।


उन्होंने बताया कि 1952 से लेकर 1967 तक लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ संपन्न होते थे। लेकिन 1971 में राजनीतिक अस्थिरता के चलते यह परंपरा टूटी और समयपूर्व चुनाव कराए गए। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनाव कराए जाने से देश पर हर बार लगभग 3.5 से 4.5 लाख करोड़ रुपये का आर्थिक बोझ पड़ता है, जो अंततः जनता की जेब से जाता है। एक देश, एक चुनाव से राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ यह आर्थिक भार भी कम होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष नेहा वर्मा ने कहा कि बार-बार लगने वाली आचार संहिता विकास कार्यों में बाधक बनती है। यदि सभी चुनाव एक साथ कराए जाएं तो निर्वाचित जनप्रतिनिधि निश्चिंत होकर अपना कार्यकाल पूरा कर सकेंगे, जिससे देश की आर्थिक और प्रशासनिक स्थिति सुदृढ़ होगी।
विशिष्ट अतिथि एवं सह-संयोजक अरविंद श्रीवास्तव ‘गोला’ ने कहा कि एक देश एक चुनाव कानून लागू होने से देश में राजनीतिक स्थिरता आएगी और कई जटिल समस्याओं का समाधान संभव होगा। उन्होंने इसे विकास की गति को बढ़ाने वाला कदम बताया।
कार्यक्रम संयोजक अंकुर वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिया गया यह संकल्प एक जन आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसमें समाज के प्रत्येक वर्ग की भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
उपस्थित प्रमुख जन:गजेन्द्र सिंह गहमरी, संध्या दीक्षित, परमेश्वर शुक्ल ‘पप्पू’, लारा चौधरी, पंकज चौधरी, शोभी सोनकर, मोहम्मद आमिर, रवि पासवान, महेन्द्र सोनकर, सचिन शुक्ल, दुर्गेश त्रिपाठी, दीपक गौड़, विक्रम चौहान, संतोष भारद्वाज, सूरज गुप्ता, अभिलाष श्रीवास्तव, विवेक श्रीवास्तव, गणेश श्रीवास्तव, पार्थ श्रीवास्तव, रोहन श्रीवास्तव, पवन अग्रहरि, आदर्श पाठक, विनय कुमार, विकास वर्मा, अश्विनी श्रीवास्तव, पुष्पेश पांडेय, अरुण पांडेय, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, बब्लू श्रीवास्तव और रमेश श्रीवास्तव सहित अनेक प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।