लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि प्रदेश में हर शुक्रवार को आयोजित की जा रही ग्राम चौपालें ग्रामीण विकास का ग्रोथ इंजन बन चुकी हैं। चौपालों के माध्यम से गांवों की समस्याओं का समाधान अब गांव की चौखट पर ही हो रहा है और यही चौपालें विकास की नई दिशा तय कर रही हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड की दो ग्राम पंचायतों में हर शुक्रवार को ग्राम चौपालें नियमित रूप से आयोजित की जा रही हैं। इन चौपालों में ग्रामीणों की व्यक्तिगत शिकायतों से लेकर सार्वजनिक मुद्दों तक पर सुनवाई हो रही है।
उपमुख्यमंत्री मौर्य ने शुक्रवार को लखनऊ के विकास खंड बख्शी का तालाब के ग्राम उसरना में आयोजित ग्राम चौपाल को मोतिहारी (बिहार) से वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि “गांव के विकास का रथ अब चौपालों से गति पकड़ चुका है।”
उन्होंने कहा कि यह पहल पंचायती राज व्यवस्था की मूल भावना को साकार करती है, जिसके तहत शासन की योजनाएं गांवों तक पहुंच रही हैं और क्रियान्वयन से लेकर निगरानी तक की प्रक्रिया ग्राम स्तर पर हो रही है।
उन्होंने बताया कि जनवरी 2023 से अब तक प्रदेश में 1 लाख 63 हजार से अधिक ग्राम चौपालें आयोजित की जा चुकी हैं, जिनमें 1 करोड़ से अधिक ग्रामीण शामिल हुए हैं और लगभग 5.72 लाख समस्याओं का निस्तारण किया गया है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इन चौपालों से न केवल विवादों का समाधान हो रहा है, बल्कि कृषि, आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसी मूलभूत सुविधाओं को भी आमजन तक पहुंचाने में सहायता मिल रही है।
उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण, रोजगार सृजन और आत्मनिर्भरता जैसे मुद्दों पर भी गंभीरता से मंथन किया जा रहा है। इन चौपालों का उद्देश्य गांवों से युवाओं का पलायन रोकना और उन्हें उनके कौशल के अनुरूप काम दिलाना है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) और मुख्यमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के सभी लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड, मुफ्त बिजली कनेक्शन, मुफ्त गैस कनेक्शन, शौचालय और मनरेगा के तहत रोजगार जैसी सुविधाएं दी जा रही हैं।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यदि किसी पात्र व्यक्ति को ये लाभ नहीं मिल पाए हैं, तो उन्हें तत्काल इन योजनाओं से लाभान्वित किया जाए।
मौर्य ने चेतावनी दी कि किसी भी योजना में भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारी या कर्मचारी को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई अधिकारी रिश्वत मांगता है, तो लोग सीधे उनसे संपर्क करें — “ऐसे व्यक्ति को जेल भिजवाया जाएगा।”
उन्होंने बताया कि सरकार किसानों के उत्थान के लिए लगातार प्रयासरत है और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को प्रतिवर्ष तीन किस्तों में 6 हजार रुपये की सहायता दी जा रही है।
उन्होंने चौपालों में उपस्थित ग्रामीणों से आग्रह किया कि वे जैविक और प्राकृतिक खेती की ओर अग्रसर हों और सरकार की योजनाओं का अधिकतम लाभ उठाएं।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि गांव की सड़कें ग्रामीणों की जीवनरेखा हैं, इसलिए सड़कों और गलियों का निर्माण गुणवत्तापूर्ण ढंग से कराया जाए। जिन लोगों को अब तक पक्के आवास नहीं मिले हैं, उन्हें जल्द दिया जाएगा। उन्होंने यह भी अपील की कि ग्राम प्रधान, जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मिलकर महीने में एक दिन स्वच्छता अभियान चलाएं और सार्वजनिक स्थलों को साफ-सुथरा रखें।
इस अवसर पर उन्होंने वंदे मातरम् गीत के 150 वर्ष पूरे होने पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि “वंदे मातरम् केवल गीत नहीं, बल्कि ऊर्जा, संकल्प और देशभक्ति का मंत्र है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश के आर्थिक रूप से सशक्त होने की सराहना की और भ्रष्टाचार मुक्त शासन का संकल्प दोहराया।
उन्होंने कहा कि ग्राम चौपालें अब केवल संवाद का मंच नहीं रहीं, बल्कि सुशासन और विकास की आधारशिला बन चुकी हैं। जैसे-जैसे गांव विकसित होंगे, वैसे-वैसे प्रदेश और देश आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ेगा।
