
अहमदाबाद। गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुए देश के सबसे भयानक विमान हादसों में से एक के लगभग एक महीने बाद, सरकार ने 19 पीड़ितों के उन अवशेषों का अंतिम संस्कार किया है जो दुर्घटनास्थल से बाद में बरामद हुए थे। यह भावुक और संवेदनशील प्रक्रिया मृतकों के परिजनों की सहमति के बाद पूरी की गई।
12 जून को हुए इस हादसे में 270 से अधिक लोगों की जान चली गई थी। प्रारंभिक जांच और डीएनए टेस्ट के बाद अधिकांश शव परिजनों को सौंप दिए गए थे। हालांकि, बाद में जब प्रशासन ने दुर्घटनास्थल का विस्तृत सर्वेक्षण किया, तो कई मानव अवशेष बरामद हुए। इन अवशेषों की पहचान के लिए फिर से डीएनए मैपिंग की प्रक्रिया अपनाई गई।
गुजरात स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी देते हुए बताया कि डीएनए प्रोफाइलिंग के माध्यम से 26 मृतकों के अवशेषों की पहचान की गई। इसके बाद प्रशासन ने इन सभी 26 मृतकों के परिजनों से संपर्क साधा। सूचना मिलने पर 7 पीड़ित परिवारों ने आकर अपने प्रियजनों के अवशेषों को प्राप्त किया, ताकि वे स्वयं अंतिम संस्कार कर सकें।
वहीं, शेष 19 परिवारों ने सरकार को ही अंतिम संस्कार करने के लिए अपनी अनुमति दे दी। इन परिवारों की सहमति मिलने के बाद, प्रशासन ने पूरी गरिमा और सम्मान के साथ अंतिम क्रिया को संपन्न कराया।
प्रशासन ने बताया कि अंतिम संस्कार की प्रक्रिया अस्पताल के अधीक्षक, फोरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख, चिकित्सा अधिकारियों, रेजिडेंट डॉक्टरों और पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में पूरी की गई। इसमें धार्मिक भावनाओं का पूरा सम्मान किया गया। 19 में से 18 पीड़ितों के अवशेषों का दाह संस्कार किया गया, जबकि एक पीड़ित के अवशेष, जिनकी पहचान मुस्लिम के रूप में हुई थी, को इस्लामी रीति-रिवाज के अनुसार दफनाया गया। इस कदम से उस दर्दनाक हादसे के एक और अध्याय का अंत हुआ।