- एशिया प्रशांत शहर शिखर सम्मेलन में शिरकत कर अयोध्या लौटे गिरीशपति
-यूपीआई डेटा से की जाएगी अयोध्या शहर को आधुनिक बनाने की प्लानिंग
चित्र – दुबई डिक्लेरेशन आन द फ्यूचर अर्बन गवर्नमेंट प्रपत्र पर हस्ताक्षर करने के बाद महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी
अयोध्या। शहरी क्षेत्र की उन्नति के लिए अब जानकारियों का आदान-प्रदान वैश्विक स्तर पर किया जाएगा। इसके लिए ‘दुबई डिक्लेरेशन ऑन द फ्यूचर अर्बन गवर्नमेंट’ प्लान के तहत दुनिया के 175 शहरों के महापौर ने हस्ताक्षर किए हैं। यह जानकारी एक्सपो सिटी दुबई में बीते 27 से 29 अक्टूबर तक आयोजित 2025 के एशिया प्रशांत शहर शिखर सम्मेलन एवं मेयर फोरम में हिस्सा लेने के बाद अयोध्या लौटे महापौर महंत गिरीशपति त्रिपाठी ने दी।
उन्होंने ‘मीडिया’ को बताया कि एक्सपो सिटी दुबई में आयोजित सम्मेलन में दुनिया के 175 शहरों के महापौर ने हिस्सा लिया, जिसमें भारत के 18 महापौर शामिल थे। उत्तर प्रदेश के मथुरा नगर निगम के महापौर और वह इस सम्मेलन का हिस्सा बने।
उन्होंने बताया एक्सपो सिटी दुबई एवं ब्रिसबेन सिटी काउंसिल की पहल पर एस्पो विलेज एवं अलवस्ल एवेन्यू के बीच आयोजित सम्मेलन का उद्घाटन एजुकेटिव काउंसिल के महासचिव हिज एक्सीलेंसी अब्दुल्लाह अनवस्ती एवं ब्रिसबेन ऑस्ट्रेलिया के मेयर एंड्रियांस सीन्नर ने किया।
महापौर ने बताया कि चर्चा के दौरान शहरी विकास के भविष्य पर गूगल के बेस्ट सेलर एंड फॉर्मर चीफ बिजनेस ऑफिसर ऑफ़ गूगल एमओ ग्वादत के साथ चर्चा की गई। चर्चा में इस बात पर जोर दिया गया कि यूपीआई में आपके शहर का हर प्रकार का डाटा मौजूद है, जिससे सेक्टर वार विकास की योजना बनाई बनाई जानी चाहिए, ताकि आपका शहर स्मार्ट बन सके और अपनी जरूरत की आसानी से पूर्ति कर सके।
जापान के टोक्यो की मेयर यूरोको कोकी के साथ अंडरग्राउंड टनल बनाकर जल भराव से निजात पर चर्चा की गई। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को गर्मी से निजात दिलाने के लिए कूलिंग द सिटी परियोजना के तहत शेड में पानी की नलिकाएं लगाकर छिड़काव करने जैसे विचार साझा किए गए।
महापौर ने बताया कि अयोध्या में भी टनल बनाकर जलभराव की समस्या से निजात दिलाने तथा सेड में पानी की नलिकाएं लगाकर छिड़काव करने पर विचार किया जाएगा।
सम्मेलन के बाद महापौर ने दुबई में रह रहे उत्तर भारतीयों के समूह से भी मुलाकात कर अयोध्या के धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान विवेक तिवारी की अगवाई में उनका स्वागत भी उत्तर भारतीय नागरिकों के समूह ने किया।
