लखनऊ। पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के थाना मड़ियांव की पुलिस टीम ने रविवार को एक लंबे समय से फरार चल रहे शातिर अपराधी विजय अग्रवाल उर्फ गोलू उर्फ विजय कालिया को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से एक अवैध देशी तमंचा 315 बोर व दो जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। आरोपी पर हत्या, डकैती, लूट, गैंगस्टर और एनडीपीएस एक्ट जैसे गंभीर अपराधों के दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी के खिलाफ अदालत से गैर-जमानती वारंट जारी था और वह काफी समय से पुलिस की पकड़ से बाहर चल रहा था।जानकारी के अनुसार, मड़ियांव थाना पुलिस टीम अपराधों की रोकथाम और वांछित अपराधियों की तलाश में चौकी क्षेत्र केशवनगर में गश्त कर रही थी।
इसी दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि गौरभीठ स्थित सिद्देश्वर महादेव मंदिर के पास एक व्यक्ति अवैध हथियार के साथ मौजूद है। सूचना के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए मौके पर पहुंचकर संदिग्ध व्यक्ति को घेराबंदी कर दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम विजय अग्रवाल उर्फ गोलू उर्फ विजय कालिया पुत्र हंसराज अग्रवाल निवासी सेक्टर सी, अलीगंज थाना विकासनगर लखनऊ, हालपता – GCRG कॉलेज के पास किराए के मकान, चंद्रिका देवी रोड थाना बीकेटी लखनऊ बताया। उसकी उम्र लगभग 42 वर्ष बताई गई है और वह पेशे से चालक है।
पुलिस की तलाशी में आरोपी के कब्जे से एक अवैध देशी तमंचा 315 बोर और दो जिंदा कारतूस बरामद हुए। इसके बाद जब पुलिस ने आरोपी के आपराधिक इतिहास की छानबीन की तो यह सामने आया कि उसके खिलाफ हत्या, लूट, डकैती, गैंगस्टर एक्ट, एनडीपीएस एक्ट और आर्म्स एक्ट सहित 20 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई मामलों में वह फरार चल रहा था और न्यायालय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश न्यायालय सं0-08 लखनऊ द्वारा सत्र परीक्षण सं0-569/2004, मुकदमा सं0-549/2003 (धारा 302/201/404 भादवि, थाना मड़ियांव) के संबंध में उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया गया था।मड़ियांव पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर उसके विरुद्ध धारा 3/25 आर्म्स एक्ट के तहत नया मुकदमा पंजीकृत किया है।
गिरफ्तारी और बरामदगी के दौरान पुलिस टीम ने माननीय सर्वोच्च न्यायालय व मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन किया। आरोपी को विधिक प्रक्रिया पूरी करते हुए न्यायालय के समक्ष पेश किया जा रहा है।
थाना मड़ियांव पुलिस के अनुसार, विजय अग्रवाल एक पुराना और सक्रिय अपराधी है जो लखनऊ के अलावा मेरठ में भी कई मामलों में वांछित रहा है। उसके खिलाफ मड़ियांव, विकासनगर, बीकेटी, वजीरगंज और मेरठ के कंकरखेड़ा थाने में हत्या, लूट, गैंगस्टर और एनडीपीएस एक्ट के मुकदमे दर्ज हैं।
गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक अशोक कुमार सिंह, उपनिरीक्षक ज्ञानेन्द्र कुमार गौंड, हेड कांस्टेबल दुर्गेश सिंह, हेड कांस्टेबल अर्जुन सिंह और कांस्टेबल अखिलेश वर्मा शामिल रहे। पुलिस अन्य जनपदों से आरोपी के पुराने आपराधिक नेटवर्क और साथियों की जानकारी एकत्र कर रही है ताकि उसके अपराध चक्र का पूर्ण रूप से खुलासा किया जा सके।
