
•शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं प्रधानाचार्य: महेन्द्रनाथ यादव
बस्ती। उत्तर प्रदेश प्रधानाचार्य परिषद द्वारा शनिवार को राजकीय इंटर कॉलेज, बस्ती के बहुउद्देशीय सभागार में ग्रीष्मकालीन चिन्तन शिविर एवं प्रादेशिक सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में प्रदेश भर से आए प्रधानाचार्यों ने सहभागिता निभाई और शिक्षकों की लंबित समस्याओं को लेकर व्यापक चर्चा की गई।
सम्मेलन में तदर्थ प्रधानाचार्यों के विनियमितिकरण सहित 14 सूत्रीय मांगों को लेकर सरकार के उदासीन रवैये पर रोष जताया गया। परिषद ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि जल्द ही विधानसभा का घेराव कर निर्णायक संघर्ष किया जाएगा।
परिषद के संरक्षक श्रीनिवास शुक्ल, डॉ. वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी, प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार सिंह, महामंत्री डॉ. रविन्द्र त्रिपाठी, कोषाध्यक्ष डॉ. मणिशंकर त्रिपाठी, देवेन्द्र सिंह तेवतिया एवं सरला चौधरी ने प्रधानाचार्यों से एकजुट होकर अपने हक की लड़ाई के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. सुशील शर्मा, जनपदीय संरक्षक मार्कण्डेय सिंह, डॉ. घनश्याम श्रीवास्तव, जिलाध्यक्ष योगेश शुक्ल, मंत्री हरेंद्र प्रताप सिंह, अनिरुद्ध त्रिपाठी, सिद्धार्थनगर जिलाध्यक्ष रमाकांत द्विवेदी, संतकबीरनगर जिलाध्यक्ष राजदेव त्रिपाठी सहित अनेक पदाधिकारियों ने भाग लिया।
सम्मेलन में वक्ताओं ने कार्यरत प्रधानाचार्यों को निर्धारित वेतनमान न दिए जाने पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया और इसे शिक्षकों के आत्मसम्मान पर चोट बताया।
विधायकों ने दिया समर्थन
समापन समारोह के मुख्य अतिथि सदर विधायक महेन्द्रनाथ यादव, रुधौली विधायक राजेन्द्र प्रसाद चौधरी तथा कप्तानगंज विधायक कवीन्द्र चौधरी ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानाचार्य संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि प्रधानाचार्यों की सभी जायज मांगों को शीघ्रता से स्वीकार किया जाए। साथ ही उन्होंने संघर्ष के हर पड़ाव में परिषद को पूरा समर्थन देने का आश्वासन भी दिया।
सम्मान और सांस्कृतिक कार्यक्रम
इस अवसर पर अतिथियों को स्मृति चिह्न और उत्तरीय भेंट कर सम्मानित किया गया। साथ ही सेवानिवृत्त प्रधानाचार्यों—डॉ. घनश्याम श्रीवास्तव, डॉ. ध्रुव चंद्र पाठक, तेज बहादुर चौधरी और नरेन्द्र त्रिपाठी—को भी सम्मानित किया गया।
सम्मेलन के दौरान बेगम खैर गर्ल्स इंटर कॉलेज की छात्राओं द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
सम्मेलन में उपस्थिति
सम्मेलन में डॉ. विजय प्रकाश वर्मा, के.के. शर्मा, शैलेन्द्र दत्त शुक्ल, गौरव पाठक, धर्मवीर सिंह, सहदेव सिंह, अरविंद त्रिपाठी, सुनील पांडेय, अरुण श्रीवास्तव, संतोष कुमार पांडेय, राम भवन, राकेश कुमार शर्मा, राम सहाय, राकेश कुमार चौधरी, विजय शंकर सिंह, रमेश कर पाठक, सूर्य नारायण उपाध्याय भावुक, डॉ. देवेन्द्र त्रिपाठी, जय प्रकाश नायक, श्रीमती सीमा वर्मा, विक्रांत राम त्रिपाठी, वेद नारायण पयासी, आनंद वर्धन मिश्र, पवन शुक्ल, रामरक्षा वर्मा, हरीराम, रामनिवास कुशवाहा, शैलेन्द्र शर्मा सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों से आए सैकड़ों प्रधानाचार्यों ने भाग लिया।