
लखनऊ। चिनहट थाना क्षेत्र स्थित होटल इशान-इन में सोमवार देर रात हुई गोलीकांड की गुत्थी पुलिस ने कुछ ही घंटों में सुलझा ली है। होटल के 20 वर्षीय कर्मचारी दिवाकर यादव की हत्या के मामले में चिनहट पुलिस ने मंगलवार को एक युवक और युवती को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के अनुसार हत्या का कारण निजी रंजिश और आक्रोश था, जो एक विवादित टिप्पणी के बाद उत्पन्न हुआ। घटना सोमवार रात की है, जब दिवाकर यादव, निवासी बलहरी, थाना जयसिंहपुर, जनपद सुल्तानपुर, होटल इशान-इन के बाहर मौजूद था। इसी दौरान वहां पहुंचे आकाश तिवारी और उसकी महिला मित्र पुष्पा गौतम उर्फ पायल से उसका विवाद हुआ।
आरोप है कि आकाश और पुष्पा होटल से निकलते समय दिवाकर की टिप्पणी से आहत हो गए थे। इसके बाद दोनों ने “सबक सिखाने” की मंशा से दोबारा होटल लौटकर दिवाकर पर हमला किया।
जैसे ही दिवाकर होटल के बाहर दिखाई दिया, आकाश तिवारी ने अपने पास रखे अवैध असलहे से उस पर गोली चला दी। गोली लगते ही दिवाकर वहीं गिर पड़ा और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद भगदड़ मच गई। हमलावर भागने की कोशिश में थे, लेकिन आकाश की मोटरसाइकिल स्टार्ट नहीं हो सकी। ऐसे में दोनों आरोपी घटनास्थल से भाग निकले और लखनऊ के एक अन्य होटल में छिप गए।
पुलिस ने बताया कि हत्या के मामले में देवेंद्र मिश्रा, निवासी प्रेमबाग कॉलोनी चिनहट, की तहरीर पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था। चिनहट थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र मिश्र के नेतृत्व में गठित टीम ने त्वरित जांच शुरू की। तकनीकी साक्ष्य, सीसीटीवी फुटेज और गुप्त सूचनाओं के आधार पर पुलिस ने दोनों आरोपियों—आकाश तिवारी और पुष्पा गौतम को तुलिप अपार्टमेंट के सामने फल मंडी रोड के पास से गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में अभियुक्त आकाश ने हत्या की बात स्वीकार की और बताया कि दिवाकर की ओर से की गई टिप्पणी से वह और उसकी साथी पुष्पा आक्रोशित हो गए थे। इसी कारण उन्होंने हत्या की योजना बनाकर घटना को अंजाम दिया।पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि मुख्य आरोपी आकाश तिवारी का आपराधिक इतिहास पहले से मौजूद है। उस पर सुशांत गोल्फ सिटी और बीबीडी थाना क्षेत्रों में हत्या, मारपीट और एससी/एसटी एक्ट के तहत गंभीर मुकदमे दर्ज हैं।
चिनहट पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या के आरोप में विधिक कार्यवाही शुरू कर दी है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि वारदात में प्रयुक्त हथियार कहां से आया और इसमें किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका तो नहीं थी।
होटल कर्मचारी की दिनदहाड़े हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मामले का तेज़ी से अनावरण कर पुलिस ने राहत की सांस ली है, लेकिन घटना ने लखनऊ की होटल सुरक्षा व्यवस्था और अवैध असलहों की उपलब्धता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।