
लखनऊ। यूपी में बिजली कर्मचारियों में निजीकरण को लेकर भारी गुस्सा पनप रहा है। इसे लेकर आंदोलन और हड़ताल की तैयारी है तो दूसरी तरफ हड़ताल से निपटने के लिए यूपी पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने भी तैयारी तेज कर दी है। पावर कारपोरेशन के चेयरमैन ने सिंचाई, पीडब्ल्यूडी और आरईडी को पत्र लिखकर बिजली इंजीनियरों को तैयार रखने को कहा है। अपने पत्र में उन्होंने लिखा है कि पावर कारपोरेशन के इंजीनियरों के हड़ताल से इनकार नहीं किया जा सकता है।
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने यूपीपीसीएल के निजीकरण के कदम को लेकर यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा के एक ट्वीट को लेकर निशाना साधा है। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेन्द्र दुबे ने कहा कि ऊर्जा मंत्री ने एक्स पर ट्वीट करके कल लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के आशीर्वाद से डबल इंजन की सरकार के नेतृत्व में प्रदेश के विद्युत विभाग में ऐतिहासिक कार्य हुआ है।
दूसरी ओर पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष आशीष गोयल रोज बता रहे हैं कि पावर कारपोरेशन भारी घाटे में आ गया है। उसे सरकारी क्षेत्र में चला पाना संभव नहीं है। पावर कारपोरेशन के अध्यक्ष ने उत्पादन व पारेषण के कर्मचारियों को संयुक्त उपक्रम में प्रतिनियुक्ति पर भेजने की बात कहकर उत्पादन और पारेषण के निजीकरण का भी खुलासा कर दिया है। इससे बिजलीकर्मियों में भारी गुस्सा है।