
बीकानेर(राजस्थान)। बीकानेर शहर के सबसे सुरक्षित कहे जाने वाले इलाके में मंगलवार शाम एक सनसनीखेज वारदात हुई। जिला कलेक्टर आवास के पास बाइक सवार दो बदमाशों ने ट्रेनी महिला जज पूजा जनागल पर हमला कर उनकी सोने की चेन लूट ली। बदमाशों ने स्कूटी को लात मारकर गिरा दिया, जिससे पूजा सड़क पर मुंह के बल गिर पड़ीं। चेहरे पर गहरी चोटें आईं, ठुड्डी पर तीन टांके लगे और एक दांत टूट गया। घटना शाम करीब सात बजे की है, जब पूजा जनागल स्कूटी से पब्लिक पार्क से जयनारायण व्यास कॉलोनी की ओर जा रही थीं। उसी दौरान बाइक सवार दो युवक उनके बराबर आकर चले। उन्होंने स्कूटी को लात मारी और पूजा को गिरा दिया। इससे पहले कि वह संभल पातीं, बदमाशों ने उनके गले से सोने की चेन तोड़ ली और मौके से फरार हो गए।
25 वर्षीय पूजा जनागल बीकानेर के बड़ी जसोलाई इलाके की रहने वाली हैं। उनका चयन वर्ष 2024 में राजस्थान न्यायिक सेवा में हुआ था। वर्तमान में वे ट्रेनी जज के रूप में बीकानेर में पदस्थापित हैं। हादसे के बाद पूजा ने अपने पिता श्रवण जनागल को फोन पर सूचना दी। उनके पिता बीकानेर कोर्ट में एडवोकेट हैं। वे मौके पर पहुंचे और बेटी को तुरंत पीबीएम हॉस्पिटल के ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां डॉक्टरों ने ठुड्डी पर तीन टांके लगाए।
पूजा के पिता ने रात करीब बारह बजे सदर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। एफआईआर में स्पष्ट लिखा गया है कि बदमाशों ने चेन तोड़कर लूट ली। हालांकि, पुलिस अधिकारियों के बयान कुछ अलग हैं। एडिशनल एसपी सौरभ तिवारी ने कहा कि यह लूट का प्रयास था। बदमाश स्कूटी गिराने के बाद खुद भी गिर गए और फिर भाग निकले। वहीं सदर थानाधिकारी दिगपाल सिंह का कहना है कि सीसीटीवी फुटेज की जांच अभी जारी है और अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
वारदात के करीब 12 घंटे बाद भी पुलिस फुटेज खंगाल नहीं पाई थी। थानाधिकारी ने कहा कि आसपास की दुकानों और कॉलोनियों में लगे कैमरों की फुटेज जुटाई जा रही है। लेकिन स्थानीय लोगों और वकीलों ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जब शहर के सबसे सुरक्षित क्षेत्र में इस तरह की घटना हो सकती है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा पर कौन भरोसा करेगा।
बीकानेर कोर्ट परिसर में बुधवार सुबह वकीलों और न्यायिक अधिकारियों में गुस्सा देखा गया। कई वकीलों ने कहा कि अगर एक ट्रेनी जज तक सुरक्षित नहीं है, तो आम नागरिक की सुरक्षा की गारंटी कौन देगा? बार एसोसिएशन ने पुलिस प्रशासन से तत्काल कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
घटना स्थल बीकानेर का वीआईपी जोन है। यह वही क्षेत्र है जहां जिला कलेक्टर, एसपी और कई वरिष्ठ अफसरों के आवास हैं। यहां दिन-रात पुलिस गश्त रहती है। फिर भी इस तरह की वारदात ने बीकानेर की कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एएसपी सौरभ तिवारी ने बताया कि पुलिस की कई टीमें गठित की गई हैं जो घटनास्थल, संभावित रास्तों और सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर गिरफ्तारी की जाएगी।
राजस्थान में न्यायिक अधिकारियों और उनके परिवारों पर हमले की यह पहली घटना नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में कई वकीलों, जजों और सरकारी अफसरों को निशाना बनाया जा चुका है। बीकानेर की यह वारदात भी उसी क्रम की एक गंभीर मिसाल बन गई है।