
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस कमिश्नरेट की मड़ियांव थाना पुलिस और अपराध शाखा को शुक्रवार देर रात बड़ी सफलता मिली। पुलिस टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक शातिर गांजा तस्कर को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 21.862 किलोग्राम अवैध गांजा, एक स्विफ्ट डिजायर कार और ₹1320 नकद बरामद हुए। यह गांजा लखनऊ के विभिन्न इलाकों में ऊंचे दामों पर सप्लाई किया जाना था।
पुलिस टीम भिठौली तिराहे के पास संदिग्ध व्यक्तियों और वाहनों की चेकिंग में लगी थी कि तभी मुखबिर की सूचना मिली कि एक सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार (UP 34 BS 3887) के पास एक संदिग्ध व्यक्ति खड़ा है, जो किसी आपराधिक गतिविधि में संलिप्त हो सकता है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तुरंत घेराबंदी कर संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया।
पूछताछ में उसकी पहचान अवनीश कुमार वर्मा पुत्र जगन्नाथ प्रसाद वर्मा के रूप में हुई, जो मूलतः सीतापुर जिले के खैराबाद थाना क्षेत्र स्थित आदर्श नगर सेक्टर-1 का निवासी है और वर्तमान में लखनऊ के गोमतीनगर के खरगापुर में रह रहा था।हैरान कर देने वाली बात यह रही कि पकड़ा गया युवक एयरटेल कंपनी में टेलीकॉम लीडर के पद पर कार्यरत है, लेकिन वह गुपचुप तरीके से गांजे की तस्करी में लिप्त था। तलाशी के दौरान उसकी कार से 21.862 किलोग्राम अवैध गांजा बरामद हुआ। इसके अलावा ₹1320 नगद भी जब्त किया गया।
पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि वह सस्ते दामों पर गांजा लाकर लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में ऊंचे दामों में बेचता था ताकि त्वरित मुनाफा कमाया जा सके।
पुलिस ने अवनीश को मौके पर ही गिरफ्तार कर NDPS एक्ट की धारा 8/20 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया। गिरफ्तार तस्कर के खिलाफ थाना मड़ियांव पर मुकदमा संख्या 411/25 दर्ज किया गया है और बरामद वाहन को भी सीज कर लिया गया है। पुलिस अभियुक्त के आपराधिक इतिहास के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ की ओर से यह कार्रवाई सुप्रीम कोर्ट और मानवाधिकार आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए पूरी विधिक प्रक्रिया के तहत की गई। अभियुक्त को न्यायालय में प्रस्तुत कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है।
इस कार्रवाई को अंजाम देने वाली संयुक्त टीम में थाना मड़ियांव से उपनिरीक्षक नितिन कुमार, अखिलेश सिंह, शुभम तिवारी, पुष्पेंद्र चौधरी, कांस्टेबल मंजीत सिंह और विकास कुमार शामिल रहे। वहीं, अपराध शाखा की ओर से उपनिरीक्षक आशुतोष पांडेय, प्रकाश सिंह, मुहम्मद असलम और हेड कांस्टेबल इंद्रप्रताप सिंह सहित कुल 15 पुलिसकर्मी शामिल थे, जिन्होंने मिलकर इस ऑपरेशन को सफल बनाया।
पुलिस का कहना है कि लखनऊ में मादक पदार्थों के अवैध कारोबार के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा और तस्करों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। राजधानी में हुई यह बड़ी बरामदगी पुलिस की सतर्कता और तत्परता का प्रमाण है, जिससे मादक पदार्थों के कारोबार पर करारा प्रहार हुआ है।