
•मिश्रित आबादी में सीसी कैमरा व ड्रोन के जरिए की गई आनलाइन निगरानी।
•इंटरनेट मीडिया, व्हाट्सएप ग्रुप पर बनी रही पुलिस की दिन भर नजर
बस्ती। शुक्रवार की नमाज और शौर्य दिवस पर जनपद पुलिस हाई अलर्ट पर रही। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर संवेदनशील क्षेत्रों में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा। कई स्थानों पर मजिस्ट्रेट भी लगाए गए। शहर के जामा मस्जिद और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों की निगरानी ड्रोन और सीसी कैमरों से दिन भर पुलिस कंट्रोल रूम से आनलाइन निगरानी की गई ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।





संभल में बवाल के बाद दूसरे शुक्रवार और हिन्दू संगठन की ओर से शौर्य दिवस मनाए जाने की तिथि एक साथ पड़ने की वजह से जनपद पुलिस हाई अलर्ट रही। हर थानाक्षेत्र के संवेदनशील इलाकों में ड्यूटी चार्ट बनाकर सुबह से ही पिकेट पर ड्यूटी लगा दी गई थी। मोबाइल टीमें दंगा नियंत्रण उपकरणों से लैस होकर मिश्रित आबादी में गश्त करती रहीं। ड्रोन के जरिए संवेदनशील स्थानों की कंट्रोल रूम से निगरानी की गई। शहर के माहौल को शांतिपूर्ण बनाए रखने के लिए पुलिस की ओर से अतिरिक्त सतर्कता बरती गई।
जुमें की नमाज को लेकर शहर के कोतवाली व पुरानी बस्ती थानाक्षेत्र में विशेष रूप से हाई अलर्ट जारी किया गया। शहर को पुलिस जोन और सेक्टर में बांट कर हर संभव स्थान पर पुलिस की पिकेट लगाई गई। जामा मस्जिद, दारूल उलूम, दक्षिण दरवाजा मस्जिद के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात की गई। पुलिस ने शहर के उलमा से संवाद करने के साथ ही फ्लैग मार्च भी निकाला। लोगों से अपील की गई कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है।
नागरिकों ने कहा कि शहर हमारा है और अमन की जिम्मेदारी भी हमारी है। शहर के माहौल को खराब नहीं होने देना है। युवाओं से अपील करनी है कि किसी भी तरह की अफवाह पर ध्यान नहीं देना है। हम सभी को संवाद स्थापित करना है। इस दौरान खूफिया एजेंसी के अधिकारी, शहर कोतवाल राना डीपी सिंह सहित अन्य पुलिस अधिकारी मुस्तैद रहे।