
बस्ती। रेलवे स्टेशन पर 125 पहले बने पार्सल घर की सूरत अब बदल जाएगी। जर्जर हो चुके इस भवन के निर्माण कार्य के लिए रेलवे बोर्ड ने वर्क डिवीजन के लगभग 43 लाख रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। अब पुराने भवन को ध्वस्त कर नए सिरे से निर्मित करने का काम जल्द शुरू हो जाएगा।
मंडल मुख्यालय स्थित बस्ती रेलवे स्टेशन को अमृत योजना के तहत विकसित करने के लिए लगभग 20 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इससे अलग रेलवे स्टेशन पर अन्य महत्वपूर्ण कार्यों के लिए वर्क डिवीजन भी लगातार सर्वे कर प्रस्ताव तैयार कर रहा है, ताकि स्टेशन को विकसित करने में कोई कोताही न रह जाए। यहां का पार्सल घर बहुत ही पुराना हो चुका है। अंग्रेजों के समय में यहां टिन व सीमेंट शेड से पार्सल घर संचालित होता था।
बाद में 1901-02 में यहां पार्सल घर का निर्माण किया गया। जहां प्रतिदिन लगभग हर यात्री ट्रेनों से पार्सल को भेजा जाता है और उतनी ही संख्या में पार्सल उतरता भी है। भवन जर्जर होने के कारण यात्रियों की बाइक, इलेक्ट्रिक सामान व अन्य सामग्री खराब होने की स्थिति बनी रहती है। इसको लेकर यात्रियों व कर्मचारियों से अक्सर नोक-झोंक होती रहती है।
यहां की औसत पार्सल आय तीन से चार लाख रुपए प्रतिमाह माना गया है। लंबे समय से इस पार्सल घर को नए कलेवर में बनाने के लिए कवायद चल रही थी। वर्क डिवीजन ने इसके लिए 43 लाख 15 हजार रुपये का एस्टीमेट रेलवे बोर्ड को भेज दिया था। रेलवे बोर्ड ने इस प्रस्ताव पर मंजूरी देकर धन जारी कर दिया है और विभाग ने टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे उम्मीद जताई जा रही है कि रेलवे को प्रतिदिन आय देने वाले इस नए भवन का निर्माण हो जाएगा। इससे लोगों को अपना पार्सल घर मिल जाएगा। जहां उनके बाइक, फ्रिज, आलमारी व अन्य सामग्री सुरक्षित रखे जा सकेंगे।