
– उप निदेशक पंचायती राज ने गोरखपुर मंडल के सभी एडीओ पंचायतों को जारी किया पत्र।
रिपोर्ट: अरुण शाही
गोरखपुर सहजनवां। गोरखपुर मंडल के जिलों में सार्वजनिक स्थलों और प्राथमिक स्कूलों में लगे खराब इंडिया मार्क हैंडपंप चिन्हित कर दुरुस्त कराएं जाएगे। ऐसा निर्देश उप निदेशक पंचायती राज हिमांशु शेखर ठाकुर ने मंडल के गोरखपुर, कुशीनगर, देवरियां और महराजगंज जिले के एडीओ पंचायतों को पत्र जारी किया है। उप निदेशक ने विजय दूत समाचार पत्र में आठ फरवरी के अंक में ‘इंडिया मार्का हैंडपंप खराब, कैसे बुझेगी बच्चों की प्यास’ नामक शीर्षक से प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर सर्वे कर खराब हैंडपंपों को चिन्हित कर ठीक कराने के लिए निर्देशित किया है।
ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छ जल आपूर्ति के सार्वजनिक स्थानों पर प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों पर इंडिया मार्का हैंडपंप लगवाया गया था और इसके रखरखाव की जिम्मेदारी ग्राम पंचायतो को दी गई थी पर ग्रामीण क्षेत्रों में पूर्व में लगे इंडिया मार्का हैंडपंप या तो खराब हो चुके हैं या प्रदूषित पानी दे रहे हैं। इसके रखरखाव के लिए सरकार द्वारा ग्राम पंचायत को बजट भी मिलता है पर ऐसा प्रतीत होता है कि कागज में ही इंडिया मार्का का हैंडपंपो का रिपेयरिंग होता रहता है।
ग्रामीण क्षेत्र के सार्वजनिक जगहों या प्राथमिक पूर्व माध्यमिक विद्यालय पर लगे इंडिया मार्का हैंडपंप या तो प्रदूषित पानी दे रहे हैं या वर्षों से खराब पड़े हुए हैं पर इसके जिम्मेदार उसे ठीक करने तक की कोशिश नहीं किये हैं। पिपरौली ब्लाक के ग्राम पंचायत नेवास पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक विद्यालय परिषद में लगे इंडिया मार्का हैंडपंप खराब पड़ा हुआ है। विद्यालय के छात्र-छात्रा अपनी प्यास बुझाने के लिए गांव अगल-बगल घरों पर लगे हैंडपंपों पर जाने को मजबूर है। बगल में सोखता बनवाया गया जो कई माह बीत चुके हैं अभी तक ढाका भी नहीं गया जो खतरों को दावत दे रहा है। और जिम्मेदार इस सभी मामलों पर मौन हैं। लोगों का आरोप है कि रिपेयर और रिबोर का तमाम पैसा आवंटित होता है लेकिन धरातल पर कुछ और ही साबित कर रहा है।
विजय दूत समाचार पत्र में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेकर मंडल के चारों जिले के एडीओ पंचायतों को पत्र जारी करके निर्देश दिया है कि सर्वे करा कर ग्राम पंचायतों और परिषदीय स्कूलों में लगे खराब हैंडपंप चिन्हित किए जाएं। फिर जो हैंडपंप खराब मिले तो दुरुस्त करा दिया जाए। जिससे आमजन को पीने के पानी की समस्या न हो। शासन की यह प्राथमिकता में शामिल है। — हिमांशु शेखर ठाकुर,(उप निदेशक पंचायती राज,गोरखपुर मंडल)