
बस्ती। शहरों में जाम लगने का सबसे बड़े कारणों में से एक रोड़ के दोनों साइड लोगों द्वारा अतिक्रमण करना है। ऐसे में बस्ती शहर भी अतिक्रमण से अछूता नहीं है।बड़ेवन से कंपनीबाग तक प्रस्तावित फोरलेन सड़क अभी बनकर तैयार नहीं हुई। मगर, अतिक्रमण का स्वरूप पहले से दिखने लगा है।
बता दें कि इस मार्ग पर सड़क निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने 22 मीटर जमीन कब्जे में ले लिया है। ज्यों-ज्यों सड़क बनाकर तैयार की जा रही है, इसके किनारे स्थित मकान, दुकान, कार्यालय के सामने शेष जगह नहीं बच रही है। लोग सड़क को पार्किंग बना लिए हैं। अब यहां बनी हुई सड़क पर दो और चार पहिया गाड़ी खड़े हो रहे हैं। बड़ेवन से कंपनीबाग तक अतिक्रमण खत्म नहीं हुआ है।
अंतर केवल इतना है कि पहले लोग सात मीटर चौड़ी सड़क छोड़कर दोनों तरफ 7.5- 7.5 मीटर फुटपाथ की खाली जमीन पर ठेला, गिमटी और वाहन खड़ा कर कब्जा किए थे अब फोरलेन बनने के साथ तारकोल की सड़क पर अतिक्रमण की यह व्यवस्था बहाल कर दी गई है।
नतीजा 22 मीटर चौड़ी सड़क केवल सुबह और देर रात में ही दिख पा रही है। बाकी पूरे दिन यहां दो पहिया, चार पहिया वाहन खड़ा हो रहे हैं। छिटपुट ठेले पर दुकानें भी लगनी शुरू हो गई है।
पीडब्ल्यूडी की निर्माण टीम को सड़क से संबंधित कार्य के लिए पहले यहां अतिक्रमण हटवाना पड़ रहा है। अभी तक बड़ेवन से आईटीआई गेट तक 22 मीटर चौड़ी सड़क तैयार हो चुकी है। इस 500 मीटर की दूरी में आधा दर्जन निजी नर्सिंग होम, वाहनों के बड़े शोरूम, शॉपिंग मॉल, दुकानों की भरमार है। इन प्रतिष्ठानों के सामने सड़क बन जाने से खाली जगह बिल्कुल नहीं बची है। अब यहां लोग अपने- अपने प्रतिष्ठानों के सामने पहले की तरह तारकोल की सड़क पर ही वाहन पार्किंग की व्यवस्था संचालित करा रहे हैं।
जिससे नई सड़क चलने के उपयोग में नहीं आ रही है। वहीं आईटीआई गेट के सामने आरटीओ कार्यालय में डीएल एवं वाहन से संबंधित कागजात तैयार कराने वाले लोगों की गुमटी है।
इसके सामने सड़क पर फरियादियों के वाहन दिन भर खडे हो रहे हैं। यहां से आगे बढ़ने पर वाणिज्य कर कार्यालय के सामने भी जगह नहीं है। सड़क पर ही अधिवक्ता, फरियादी और अधिकारी सभी की गाड़ी खड़ी हो रही है।
इस प्रतिस्पर्धा में यहां से लेकर कंपनीबाग तक एक तरफ चौड़ी की गई सड़क पर लाइन से लोगों के दो और चार पहिया वाहन खड़े किए जा रहे हैं। इस मार्ग से स्कूटी से जा रही वाहन चालक ने बताया कि सड़क चौड़ी करने से क्या फायदा, जब वह राहगीरों के उपयोग में नहीं आ रही है। वहीं एक अन्य राहगीर ने कहा कि यह सड़क उपयोगी तभी होगी, जब इसे अतिक्रमण से मुक्त रखा जाए। दोनों तरफ सड़क की बैरिकेडिंग कर दी जाए।
बिना निर्माण तोड़े नहीं मिलेगी खाली जगह : सड़क बनने से इस मार्ग के किनारे स्थित व्यवसायिक भवनों के सामने खाली जगह को लेकर समस्या खड़ी हो रही है। वाहन एजेंसी, नर्सिंग होम, सरकारी कार्यालय के सामने आने जाने वाले लोगों की गाड़ी खड़ी करने के लिए खाली जगह होनी जरूरी होती है। यह तभी संभव है जब पुराने निर्माण को तोड़कर पीछे किया जाए। मगर ऐसा न करके लोग सड़क पर वाहन खड़ा करा रहे हैं।