
सुल्तानपुर। पिछले कई वर्षों से लगातार हो रहे प्रयास का परिणाम अब सीताकुंड धाम पर दिखने लगा है, हर तरफ स्वच्छता, बड़े पेड़ों की छाया, मां गोमती के तट तक लोग आराम से पहुंच सकें इसकी पूरी व्यवस्था और यही वजह है कि अब सीताकुंड धाम जनपद के प्रमुख दर्शनीय स्थलों में नंबर एक पर रहने लगा है, हर रविवार शाम होने वाली आरती में उमड़ने वाला जन सैलाब आरती में शामिल होने के साथ-साथ हफ्ते के छः दिनों की व्यस्तता के बाद सुकून की तलाश में सीता कुंड धाम तक खिंचा चला आता है।
प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह व वरिष्ठ पदाधिकारी राकेश सिंह दद्दू संयुक्त रूप से बताते हुए गौरवान्वित होते हैं कि इतने वर्षों की अथक मेहनत के बाद अब कुछ सुकून महसूस होता है लेकिन अभी विश्राम का नहीं गतिमान रहने का समय है क्यूंकि मुख्य लक्ष्य है मां गोमती की निर्मल धारा। रविवार साप्ताहिक श्रमदान के दिन गोमती मित्रों ने दो घंटे तक मेहनत करके पूरे धाम को साफ सुथरा किया और शाम की आरती की भी तैयारी पूरी की।
मुख्य आकर्षण था तीन वर्ष का बच्चा विराज मौर्या, जो रामायण के गिलहरी के पात्र को चरित्रार्थ करते हुए इधर उधर गिरी पन्नियों को उठा रहा था, श्रमदान में मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष मदन सिंह, मीडिया प्रभारी रमेश माहेश्वरी, राकेश मिश्रा, मुन्ना सोनी, मुन्ना पाठक, राकेश सिंह दद्दू, विकास शर्मा, महेश प्रताप, विधायक जी, मौर्या जी, सतेंद्र कल्लू फौजी, रामकुमार मौर्या, अभय, अर्पित, संतोष सैनी, श्याम मौर्या, विराज मौर्या आदि उपस्थित रहे।